गया: बिहार गया जिले के पूर्व सांसद डॉ. राजेश कुमार की 17 वीं पुण्यतिथि के मौके पर उनके विधायक बेटे कुमार सर्वजीत ने बिहार और केंद्र सरकार पर बड़ा सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है, कि उनकी पिता की हत्या वर्ष 2005 में एक साजिश के तहत कर दी गई थी, तब से वे लगातार इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं. जिस समय उनके पिता की हत्या हुई थी, उस समय भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे और आज भी हैं, लेकिन उनकी मांगों को अनसुनी कर दी गई.
मालूम हो कि पूर्व सांसद राजेश कुमार की हत्या चुनाव प्रचार के दौरान गया जिले के नक्सल प्रभावित इमामगंज थाना के मैगरा गांव के समीप नक्सलियों द्वारा कर दी गई थी. उस समय वे लोजपा के उम्मीदवार के रूप में इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे. उनके पुत्र कुमार सर्वजीत अभी बोधगया विधानसभा क्षेत्र से राजद के विधायक हैं. पुण्यतिथि के मौके पर कुमार सर्वजीत ने कहा कि उनके द्वारा केंद्र सरकार से भी लगातार मांग की गई है, कि इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाए. साथ ही स्वर्गीय राम विलास पासवान ने भी बहुत प्रयास किया था. राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के द्वारा भी बारंबार प्रयास किया गया है, लेकिन दलित होने के कारण उनके पिता के हत्याकांड की जांच सीबीआई से नहीं कराई जा रही है, जबकि बिहार में दूसरे राजनेताओं की हत्याकांड की जांच सीबीआई कर चुकी है और उन्हें न्याय मिला है, परंतु मेरे पिता के हत्याकांड की जांच सीबीआई से नहीं कराई जा रही है. हम लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है. अब नीतीश कुमार पर कोई भरोसा नहीं रह गया है. दलित परिवारों को सिर्फ भगवान पर ही भरोसा रखना चाहिए. कुमार सर्वजीत ने यह भी कहा कि प्रतिवर्ष उनके पिता की पुण्यतिथि पर पूरे बिहार से लगभग 10 हजार की संख्या में उनके समर्थक आते थे, लेकिन विगत 2 वर्षों से कोविड-19 के कारण बहुत ही सीमित तरीके से कार्यक्रम कर रहे हैं. साथ ही सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जो गाइडलाइन दिया गया है, उसका अनुपालन कर रहे हैं. यही वजह है कि दूर- दराज से आने वाले लोगों को हमने सीमित संख्या में आने का अनुरोध किया था.
कुमार सर्वजीत (आरजेडी एमएलए- बोधगया)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट