गया/ Pradip Ranjan जिले के वजीरगंज प्रखंड स्थित करजरा गांव स्थित स्वामी राघवेंद्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय सह चिकित्सालय में सोमवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल हुए. इस दौरान उन्हें पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. उन्होंने छात्र- छात्राओं को डिग्री देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं राष्ट्रगान के साथ किया गया.
इस मौके पर उन्होंने उपस्थित छात्र- छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपके ऊपर एक बड़ी जिम्मेवारी सौपी गई है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में आप लोग बेहतर कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को अपनाने की जरूरत है. यह सबसे उत्तम चिकित्सा की पद्धति है. भले ही लोग एलोपैथ को बढ़ावा दे रहे हैं. लेकिन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति सर्वोत्तम है. आज जरूरत है दोनों पद्धति को एक साथ इंटीग्रेटेड करके पढ़ाया जाए, तभी चिकित्सा पद्धति और बेहतर होगी. उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए महाविद्यालय प्रबंधन को धन्यवाद दिया.
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वहीं इस मौके पर स्वामी राघवेंद्राचार्य त्रिदंडी आयुर्वेद महाविद्यालय सह चिकित्सालय के सचिव स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य ने कहा कि आज महाविद्यालय के प्रांगण में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है. जिसमें छात्र-छात्राओं को राज्यपाल महोदय के द्वारा डिग्री प्रदान की गई है. आज का दिन छात्र-छात्राओं के लिए उत्कृष्ट दिन है. कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय प्रबंधन से जुड़े लोग, छात्र- छात्राएं एवं प्रशासनिक लोग शामिल है. इसके लिए हम इन्हें धन्यवाद देते हैं. साथ ही जिन लोगों को डिग्री मिली है, उनके उत्तम भविष्य की कामना करते हैं. उन्होंने कहा कि यह महाविद्यालय सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थापित है. मुख्य मार्ग से भी नहीं जुड़ा है. इसलिए इसे और विकसित करने की जरूरत है. हमलोगों का प्रयास होगा कि आवागमन को सुगम करने के लिए प्रशासनिक स्तर से जो कुछ कमियां रह गई है, उसे दूर किया जाए. इस मौके पर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह, आलोक नंदन, समाजसेवी मुन्ना डालमिया, एसएसपी आशीष भारती सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित हुए.
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स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य (सचिव- आयुर्वेद महाविद्यालय)