गम्हारिया : मजदूरों के अधिकार और हक के लिए रतिलाल महतो लड़ते रहे. कई बार उन्हें जेल भी जाना पड़ा लेकिन उन्होंने अपना आंदोलन जारी रखा. सच मायने में वे मजदूरों के मसीहा थो. यह बात गम्हरिया के उपरबेड़ा मैदान में बुधवार को आयोजित मजदूर नेता शहीद रतिलाल महतो की 75वीं जयंती समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मंत्री चंपाई सोरेन ने कही.
उन्होंनें कहा कि वर्तमान मजदूर नेताओं को उनके जीवन से सीख लेने की जरूरत है. उनके बताए रास्ते पर चलकर गरीब मजदूरों और असहाय लोगों की सेवा के साथ-साथ मदद करना ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उन्होंने केंद्र के कृषि बिल के विरोध में किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अन्नदाताओं को पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहती है. उस काले कानून का हमेशा विरोध किया जाएगा. इससे पूर्व उन्होंने उपरबेडा मैदान में शहीद रतिलाल महतो की आदमकद प्रतिमा तथा शहीद स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.