गम्हरिया: जैसे- जैसे लोकसभा चुनाव 2024 के तारीख सामने आ रहे हैं वैसे- वैसे लोकतंत्र के महापर्व के कई रूप देखे जा रहे हैं. रविवार को सिंहभूम संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान सांसद गीता कोड़ा को ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा. नौबत हाथापाई की आन पड़ी. सूचना मिलते ही प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया.
दरअसल रविवार को गम्हरिया मंडल के मोहनपुर क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा का दौरा प्रस्तावित था. तय समय के अनुसार गीता कोड़ा भाजपाइयों के साथ मोहनपुर पहुंची, हालांकि इससे पूर्व उन्होंने मंडल के अन्य गांव का दौरा किया और अपने लिए मतदान करने की अपील की. जैसे ही भाजपाइयों का काफिला मोहनपुर पहुंचा कि ग्रामीण उग्र हो उठे और गीता कोड़ा का रास्ता रोक दिया. इस दौरान ग्रामीण पारंपरिक हारवे हथियारों से लैस थे और लगातार गीता कोड़ा के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे. इसमें ग्रामीण बुजुर्ग, युवा- महिला पुरुष सभी शामिल थे. सभी भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए.
सूचना मिलते ही एसडीपीओ, गम्हरिया, आदित्यपुर, कांड्रा और आरआईटी के थानेदार, बीडीओ, सीओ सहित तमाम प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. और किसी तरह समझा- बुझाकर ग्रामीणों के चंगुल से उन्हें मुक्त कराया. ग्रामीणों का कहना है कि बगैर ग्राम सभा से परमिशन लिए चुनाव प्रचार में भाजपाई कैसे पहुंच गए यह उनकी परंपरा के खिलाफ है. ग्रामीणों ने भाजपाइयों पर पारंपरिक हथियार तीर तोड़ने का आरोप लगाया. वैसे ग्रामीणों ने बताया कि भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें तीर दे दिया गया जिसके बाद सभी को मुक्त कर दिया गया है. इधर सूचना मिलते ही पूर्व मुख्यमंत्री और गीता कोड़ा के पति मधु कोड़ा लाव- लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे और इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया. उन्होंने इस घटना के पीछे झारखंड मुक्ति मोर्चा का साजिश बताया. उन्होंने बताया कि बीजेपी की निश्चित जीत देख झारखंड मुक्ति मोर्चा घबरा गई है. उसी का नतीजा है कि साजिश के तहत ग्रामीणों को भड़काकर भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा पर हमला कराया कराया गया है.
बता दे कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन इन दिनों सरायकेला प्रवास पर हैं. जहां वे पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ रायशुमारी कर रहे हैं. घटना के वक्त वे आदित्यपुर के एक होटल में इंडिया गठबंधन के साथ चुनावी रणनीति तैयार कर रहे थे. इस बीच भाजपा प्रत्याशी पर हमला होना कई सवालों को जन्म दे रहा है. बता दे कि गीता कोड़ा इससे पहले कांग्रेस में थी. बीजेपी में जाते ही आदिवासी बहुल गांव में उनका विरोध शुरू हो गया है. इधर घटना से आक्रोशित भाजपा नेता गम्हरिया थाना पहुंचे और एफआईआर दर्ज कराया है. इस दौरान भाजपा के कद्दावर नेता गणेश महाली, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, विनोद कुमार श्रीवास्तव, बॉबी सिंह, रमेश हांसदा, रश्मि साहू, अमित सिंहदेव, राकेश सिंह, मनोज तिवारी, स्वप्निल सिंह, निरंजन मिश्रा सहित गम्हरिया एवं आरआईटी मंडल के दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
देखें video