चांडिल/ Sumangal Kundu (Kebu) जंगली सुअर के शिकार के आरोप में बीते 6 जून को वन विभाग की टीम ने दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी से डांटू सिंह नामक ग्रामीण को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है. इसको लेकर मंगलवार को दलमा वन क्षेत्र प्रभावित संघर्ष समिति के बैनर तले चांडिल, नीमडीह, पटमदा, एमजीएम और बोड़ाम प्रखंड के हजारों आदिवासी- मूलवासी समुदाय के लोगों ने पारंपरिक हरवे- हथियार से लैस होकर मानगो स्थित वन विभाग के कार्यालय का घेराव कर दिया. इसका नेतृत्व झामुमो के वरिष्ठ नेता सह आंदोलनकारी सुखराम उरांव ने किया.
उन्होंने बिना शर्त डांटू सिंह की रिहाई करने की मांग की. ग्रामीणों के प्रदर्शन की वजह से मानगो मुख्य सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नीमडीह के जिला परिषद असित सिंह पात्र ने बताया कि डांटू सिंह निर्दोष हैं उन्हें झूठे मामले में फसाया गया है. जबतक उनकी रिहाई नहीं होती ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी रहेगा.
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उन्होंने वन विभाग पर दलमा की तराई क्षेत्र में बसे ग्रामीणों को परेशान करने और दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के विकास के मद में सरकार द्वारा दिए जा रहे धनराशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों के मिली भगत से दलमा क्षेत्र में सरकारी राजस्व का बंदरबांट किया जा रहा है. ग्रामीण अपनी आंखों से देखते हैं जिसका विरोध करने पर उन्हें वन विभाग के अधिकारियों द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है.
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असित सिंह पात्र (जिला परिषद सदस्य- नीमडीह)
वहीं रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि मामला अब न्यायालय में लंबित है. विभागीय स्तर से जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपा जाएगा ताकि उनकी रिहाई हो सके. वन विभाग का काम वनों और वन्य जीवों की रक्षा करना है. ग्रामीणों को जो परेशानियां हो रही हैं उसके लिए उन्हें वार्ता के लिए बुलाया गया था, मगर वे नहीं आए. शक्ति प्रदर्शन कर विभाग पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है. किसी भी ग्रामीण को वन विभाग की ओर से परेशान नहीं किया जा रहा है. ग्रामीण जो भी आरोप लगा रहे हैं वह मनगढ़ंत और बेबुनियाद है.
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दिनेश चंद्रा (रेंजर- दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी)
वहीं आंदोलन का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ झामुमो नेता सुखराम उरांव ने वन विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि दलमा सेंचुरी में बसे आदिवासी मूलवासियों के खिलाफ वन विभाग की कार्रवाई किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति को वन विभाग ने झूठे मुकदमे में फसाया है उसने पूरी जिंदगी दलमा के वन्य प्राणियों और वनों की रक्षा करने में बिताया है. वन विभाग भोले- भाले ग्रामीणों को झूठे मामले में फसना बंद करें अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
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सुखराम हेम्ब्रम (झामुमो नेता)