उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की बड़ी साजिश का एटा पुलिस (Etah Police) ने खुलासा किया है. अलीगढ़ मंडल के डीआईजी दीपक कुमार के मुताबिक एक राजनीतिक दल का कार्यकर्ता नकली दारोगा (Fake Police) बनकर बेगुनाहों के साथ मार-पीट करता था. पुलिस ने ऐसे फर्जी दारोगाओं और मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी तलाश शुरू कर दी है. उनके मुताबिक रविवार को कोतवाली नगर क्षेत्र में ठंडी सड़क पर पुलिस की वर्दी में सब-इंस्पेक्टर का फर्जी आई कार्ड (Fake ID Card) लेकर एक शख्स द्वारा मोटरसाइकिल के कागजात चेक करने के नाम पर एक युवक की बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की गई और उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी गई थी. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस द्वारा जांच की गई तो आरोपी नकली सब-इंस्पेक्टर निकला. डीआईजी अलीगढ़ ने बताया कि आरोपी का नाम विवेक यादव है जो अलीगढ़ के गांधी पार्क थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में पता चला कि वो पुलिस का सब-इंस्पेक्टर नहीं है. उसके द्वारा पुलिस विभाग और शासन की छवि को बदनाम करने के लिए यह कार्य किया गया है.
उन्होंने बताया कि इसके पीछे अलीगढ़ में ही तैनात एक दरोगा का हाथ है. आरोपी को उसने पुलिस की वर्दी अलीगढ़ के रशदगंज के खुर्शीद टेलर से सिलवाकर दी. उसने विवेक यादव से पुलिस और शासन को बदनाम करवाने के लिए सोची-समझी साजिश के तहत यह कृत्य करवाया. उस दरोगा को भी अरेस्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो भी लोग होंगे उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे आगे से पुलिस का पीएनो नंबर दिखाकर ही कोई पुलिस की वर्दी टेलर से सिलवा सके. वहीं, एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) उदय शंकर सिंह ने बताया कि इस मामले में एटा पुलिस ने फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है. इसके रैकेट में शामिल अन्य लोगों के बारे में पता किया जा रहा है, जो इसमें शामिल होगा, उसे छोड़ेंगे नहीं.
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