सरायकेला: चार दिनों के दिल्ली की सैर के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मंगलवार देर रात करीब 12:00 बजे के आसपास अपने पैतृक गांव जिलिंगोड़ा पहुंचे. यहां देर रात तक उनके समर्थक उनके इंतजार में टकटकी लगाए बैठे थे. उनके गांव पहुंचते ही समर्थकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया.
उधर उन्होंने फिर से अपना स्टैंड क्लियर करते हुए कहा है कि वे अपने फेसबुक पेज पर लिखे पोस्ट पर अभी भी कायम हैं. उन्होंने कहा “मैं दिल्ली निजी काम से गया था, उसी दौरान मैंने पोस्ट करके पूरे देश के सामने अपनी विचार रखी, मैं उसी पर कायम हूं… मेरे पास तीन विकल्प हैं- सन्यास लेना, नया संगठन बनाना या कोई अच्छा दोस्त मिल जाए तो उसके साथ काम करना मेरा नया अध्याय शुरू होगा. मैं सन्यास के बारे में सोच रहा था लेकिन लोगों से बहुत प्यार मिल रहा है. मेरी झामुमो के किसी भी व्यक्ति या नेता से कोई बात नहीं हुई है.”
बाईट
चंपाई सोरेन (पूर्व मुख्यमंत्री)