कांड्रा/ Bipin Varshney राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने चाईबासा के जगन्नाथपुर में घटी घटना पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने बताया कि अलग झारखण्ड राज्य बने 24 साल बीत चुके हैं. मगर राज्य के आदिवासियों के पास अपना मकान नहीं है. जिन आदिवासी बच्चों की मौत आग से जलकर हुई है यदि उनके पास अपना मकान होता तो आज बच्चे पुआल के घर में रहने को विवश नहीं होते.

पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार को हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल बताया. उन्होंने कहा कि राज्य में सभी योजनाएं काफी विलंब से चल रही है. बुजुर्गो को वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है. मइयां योजना भी खटाई में पड़ने जा रहा है. उन्होंने गिरिडीह की घटना को भी सरकार की नाकामी करार दिया. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन सक्रिय होती तो सांप्रदायिक घटना नहीं घटती इसके लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है.
