दुमका: चुनाव आयोग की विधि- व्यवस्था की पोल चौथे और अंतिम चरण के दौरान खुल गया. जहां सरैयाहाट प्रखंड के कॉपरेटिव भवन के गोदाम में बने मतदान केंद्र में मतदान की प्रक्रिया के दौरान अचानक छत का सीलिंग गिर गया. इसकी चपेट में आने से एक मतदाता और एक मतदान कर्मी घायल हो गए.
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दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरैयाहाट में भर्ती कराया गया. जहां दोनों का इलाज चल रहा है. चिकित्सक की माने तो दोनों घायल की स्थिति खतरे से बाहर है.
*प्रशासन के लिए सबक बना यह हादसा*
ग्रामीणों की माने तो भवन लगभग 5 दशक पुराना है, और काफी जर्जर स्थिति में है. बाहर से भवन का रंग रोगन कर दिया जाता है. लेकिन उसकी मरम्मत नहीं कराई जाती है. जिसका परिणाम आज मतदान केंद्र में देखने को मिला.
अब सवाल यह उठता है कि जिला प्रशासन चुनाव के घोषणा के पूर्व से ही मतदान की तैयारी में जुट जाती है और प्रशासन का यह प्रयास रहता है, कि प्रत्येक बूथ का भौतिक सत्यापन किया जाए ताकि मतदान के दौरान मतदाता और मतदान कर्मी को कोई परेशानी ना हो. इसके बावजूद इस जर्जर भवन में मतदान केंद्र बनाना किसकी चूक मानी जाए ? वैसे गनीमत रही कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय मतदाताओं की संख्या काफी कम थी और एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन प्रशासन के लिए यह सबक है कि भविष्य में मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन के दौरान भवन की वस्तु स्थिति का भी आकलन कर ले.
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