जमशेदपुर (Abhijit) टाटा मुख्य अस्पताल (TMH) में वर्ल्ड डायबिटीज डे के अवसर पर डायबिटीज केयर सेंटर का उद्घाटन किया गया. यह सेंटर जमशेदपुर और आसपास के लोगों को मधुमेह और संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के समग्र प्रबंधन के लिए एक व्यापक समाधान के रूप में काम करेगी.
स्वास्थ्य बीमारियों के सर्वोत्तम प्रबंधन के लिए सभी एडवांस्ड डायग्नोस्टिक और थेराप्यूटिक का समाधान निकलेगी. इसका उद्घाटन टाटा स्टील के कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी, टाटा स्टील के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों, टीएमएच के डॉक्टरों और टाटा वर्कर्स यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति में किया गया. क्लिनिक मधुमेह रोगियों का प्रारंभिक पहचान करेगा. जटिलता बढ़ने की ज्यादा संभावना वाले लोगों के लिए निवारक प्रयास की शुरुआत करेगा. विभिन्न अंगों पर मधुमेह के दीर्घकालिक प्रभावों को कम करने की दिशा में काम करेगा. जहां एक ही छत के नीचे सभी क्लिनिकल और डायग्नोस्टिक तौर- तरीके उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं यह डायबिटीज की देखभाल के लिए सही आहार और जीवनशैली में बदलाव भी सुनिश्चित करेगा. इस क्लिनिक का नेतृत्व सुपर स्पेशलिस्ट एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. आकाश पाणिग्रही करेंगे. परामर्श और विभिन्न नैदानिक चिकित्सीय तौर- तरीकों का उपयोग करने के लिए डायबिटीज एजुकेटर की सेवाएं, आहार मार्गदर्शन के लिए आहार विशेषज्ञ और आंखों पर रोग के प्रभाव के आंकलन के लिए ऑप्टोमेट्रिस्ट की सेवाएं होंगी.
यह नसों, रेटिना, हृदय प्रणाली और स्पेशलाइज्ड फुट केयर पर मधुमेह के प्रभाव के आंकलन के लिए नवीनतम बायोमेडिकल तकनीक से लैस है. टाटा स्टील के कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने बताया संयुक्त राष्ट्र ने 14 नवंबर को ‘विश्व मधुमेह दिवस’ के रूप में निर्धारित किया है. टीएमएच में नया मधुमेह केंद्र मधुमेह के समग्र प्रबंधन के लिए एक व्यापक केंद्र के रूप में उभरेगा. न केवल इसके उपचार में बल्कि शिक्षा और जीवन शैली में संशोधन के माध्यम से इसकी रोकथाम के लिए भी काम करेगी. जरूरतमंद मरीजों को अब सबसे उन्नत दवाएं, इंसुलिन, डायबिटीज एजुकेशन और होलिस्टिक डायबिटिक केयर तक पहुंच होगी. टाटा स्टील और टीएमएच समुदाय की सर्वोत्तम संभव तरीके से सेवा करने के उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे.
उन्होंने इस अत्याधुनिक मधुमेह देखभाल केंद्र की स्थापना के लिए टीएमएच की टीम को बधाई दी.
मधुमेह इस सदी की सबसे बड़ी वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थितियों में से एक है, जो हृदय रोग, श्वसन रोग और कैंसर के साथ मृत्यु दर के 10 प्रमुख कारणों में से एक है. 2019 के अनुमानों से पता चला है कि भारत में 77 मिलियन व्यक्तियों को मधुमेह था, जिसके 2045 तक बढ़कर 134 मिलियन से अधिक होने की उम्मीद है. इनमें से लगभग 57% व्यक्ति बिना डायग्नोसिस के हैं.
द इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे के रूप में मनाता है. 2021- 2023 की अवधि के लिए थीम है “एक्सेस टू डायबिटीज केयर – इफ नॉट नाउ, व्हेन ? वर्ष 2022 का एक सब थीम एजुकेशन टू प्रोटेक्ट टुमारो भी है.