धनबाद/ Amit Kumar Singh बुधवार को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन की अध्यक्षता में जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक न्यू टाउन हॉल में आयोजित की गई. बैठक के दौरान उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने कोयले के अवैध खनन, परिवहन, भंडारण के रोकथाम व कोयले के अवैध खनन में संलिप्त लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर दिशा- निर्देश दिए.
बैठक में खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश करने एवं उनके द्वारा कोयला चोरी किए जाने की शिकायत पर चर्चा की गई. इस दौरान खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश के रोकथाम के लिए पूर्व के बैठकों में दिए गए दिशा- निर्देशों की उपायुक्त द्वारा समीक्षा की गई. उपायुक्त वरुण रंजन ने जिला खनन पदाधिकारी से अक्टूबर माह में हुई खनन टास्क फोर्स द्वारा करवाई, एफआईआर, गिरफ्तारी, अवैध कोयला की जब्ती, हाईवा की जब्ती, मशीन एवं उपकरणों की जब्ती की रिपोर्ट की जानकारी ली. जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि अक्टूबर माह में कुल 16 एफआईआर हुई है जिसमें से 15 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है. साथ ही विभिन्न स्थानों से कोयले की जब्ती, हाईवा की जब्ती समेत अन्य कार्रवाई की गई है. उपायुक्त ने खनन टास्क फोर्स की बैठक में संबंधित सभी पदाधिकारी को निर्देशित किया कि जितने भी चिन्हित हॉटस्पॉट है उन सभी स्थानों पर महीने में कम से कम पांच बार छापेमारी करें. साथ ही कम से कम पांच एफआईआर अवश्य सुनिश्चित करें. जिला द्वारा बनाई गई जॉइंट टीम को और तत्परता के साथ कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया. साथ ही सभी सीओ को निर्देशित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जहां भी सूचना मिलती है उन इलाकों में बीसीसीएल, सीआईएफ, पुलिस के साथ जाकर छापेमारी करें. साथ ही सड़कों पर भी ट्रांसपोर्टेशन के माध्यम से हो रहे अवैध कार्य की छापेमारी कर कार्रवाई करें. कार्रवाई करने के बाद इसकी रिपोर्ट अवश्य बनाएं और कार्रवाई से संबंधित जानकारियां जैसे एफआईआर, गिरफ्तारी, डोजरिंग, सीजर आदि अवश्य दें. उपायुक्त ने कहा कि अगर किसी रैयत की जमीन पर अवैध खनन की सूचना प्राप्त होती है तो रैयत पर भी एफआईआर कर कार्रवाई सुनिश्चित करें. अगर किसी माफिया द्वारा जबरदस्ती रैयत के जमीन पर अवैध खनन किया जा रहा है और रैयत एफआईआर दर्ज नहीं कर रहे हैं तो प्रशासन द्वारा छापेमारी कर एफआईआर करें और उसमें रैयत को भी पार्टी बनाएं. साथ ही उन्होंने कहा कि बीसीसीएल के सभी जीएम अपने- अपने क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु अपने से नीचे के पदाधिकारियों की भी दायित्व सुनिश्चित करें एवं सभी थाना प्रभारी भी थाना क्षेत्र में कार्य कर रहे एसआई एवं एएसआई के दायित्वो को सुनिश्चित कर हॉटस्पॉट वाले स्थान पर कार्रवाई करें. सभी की दायित्व तय होने पर कार्य का बोझ सभी पर बराबर- बराबर होगा जिससे कार्य में सरलता आएगी.
बैठक के दौरान सीआईएसफ एवं स्पेशल ब्रांच द्वारा प्राप्त पत्रों पर हुई कार्रवाई की भी समीक्षा की गई. उपायुक्त वरुण रंजन ने सभी थाना प्रभारी को निर्देशित किया कि जितनी भी पत्र सीआईएसफ एवं स्पेशल ब्रांच द्वारा प्राप्त होते हैं जिसमें कि अवैध कोयले से संबंधित जानकारियां होती है इसका निष्पादन त्वरित करें. वही जीएसटी द्वारा हुई कार्रवाई की समीक्षा करते हुए जीएसटी के पदाधिकारी ने बताया कि पिछले महीने तीन गाड़ियों पर कार्रवाई करते हुए लगभग 5 लाख का फाइन वसूला गया. उन्होंने बताया कि बिना खरीद किये भी लोग कोयला बेच रहे हैं वैसी कंपनी पर भी जांच की जा रही है, साथ ही कार्रवाई भी सुनिश्चित की जा रही है. बैठक के दौरान बीसीसीएल के पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 150 बूम बैरियर, माइक सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा इत्यादि लगाने हेतु टेंडर फाइनल हो चुका है, जो जनवरी तक में सभी चिन्हित एरिया में लगा दिए जाएंगे. साथ ही कलर कोड व्हीकल पर भी कार्य किया जा रहा है जो 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.
ये रहे मौजूद
बैठक में उपायुक्त वरुण रंजन, एसएसपी संजीव कुमार के अलावे ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, सिटी एसपी अजित कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालीवाल, अपर समाहर्ता विनोद कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी उदय रजक, जिला खनन पदाधिकारी मिहीर सालकर, बीसीसीएल के पदाधिकारी, ईसीएल व सीआइएसएफ के पदाधिकारी सहित सभी अंचल के अंचल अधिकारी, जीएसटी के पदाधिकारी, बीसीसीएल एरिया जीएम, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.