कोरोना महामारी का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केरल में कोरोना के कुल केसों की संख्या घटी है लेकिन देश के कुल कोरोना केसों के आधे से ज्यादा एक्टिव केस अभी भी केरल में मौजूद हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जानकारी दी गई है कि देश भर में कोरोना के सक्रिय केसों में कमी आई है। मंत्रालय के मुताबिक रिकवरी दर बढ़ा है। इस वक्त देश में रिकवरी रेट 98 प्रतिशत है। हालांकि, कोरोना से अभी अभयदान नहीं मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के 18 जिलों में अभी भी हर हफ्ते 5 से 10 प्रतिशत कोरोना के पॉजिटिव केस आ रहे हैं। त्योहारों के सीजन को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वो भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, शारीरीक दूरी बनाए रखें और मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना से जुड़े सभी नियमों का पालन करते हुए त्योहारों का आनंद लें।
हालांकि, कोरोना से अभी अभयदान नहीं मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के 18 जिलों में अभी भी हर हफ्ते 5 से 10 प्रतिशत कोरोना के पॉजिटिव केस आ रहे हैं। त्योहारों के सीजन को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वो भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, शारीरीक दूरी बनाए रखें और मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना से जुड़े सभी नियमों का पालन करते हुए त्योहारों का आनंद लें।
केरल में अभी भी सबसे ज्यादा कोरोना के केस हैं। केरल में 1,44,000 कोरोना के केस हैं। जो पूरे देश में कोरोना के केसों की संख्या का 52 फीसदी है। महाराष्ट्र में 40,000 सक्रिय केस हैं। तमिलनाडु में 17,000, मिजोरम में 16,800, कर्नाटक में 12,000 और आंध्र प्रदेश में 11,000 एक्टिव केस हैं। आईसीएमआर के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि कम से कम इस साल बेवजह की यात्राओं से बचने की कोशिश करनी चाहिए और त्योहारों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाना चाहिए।