चांडिल: सरायकेला- खरसवां जिले के चांडिल अंचल अंतर्गत शहरबेड़ा ग्राम प्रधान रविंद्र नाथ तंतुबाई के मामले में अंचलाधिकारी प्रणब अम्बष्ठ पर वरीय अधिकारियों के आदेश की अवहेलना करने का आरोप है. आरोप है कि जिले के उप विकास आयुक्त द्वारा चांडिल अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि शहरबेड़ा ग्राम प्रधान को हटाया जाय तथा पम्परागत प्रधान को मनोनीत किया जाए, लेकिन अंचलाधिकारी द्वारा वरीय अधिकारियों के आदेश की अवहेलना की जा रही हैं.
शहरबेड़ा निवासी मानसिंह मार्डी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा जिले के उपायुक्त समेत अन्य पदाधिकारियों को शहरबेड़ा ग्रामसभा के संबंध में लिखित शिकायत की गई थी. उक्त शिकायत में पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में परंपरागत प्रधान के बजाय गैर अनुसूचित जनजाति के ग्राम प्रधान द्वारा सरकारी योजनाओं एवं क्रियाकलापों के संबंध में बताया गया था. उक्त शिकायत के आलोक में जिले के उप विकास आयुक्त ने चांडिल अंचलाधिकारी को स्पष्ट रूप से आदेश जारी करते हुए कहा कि शहरबेड़ा ग्राम प्रधान रविंद्र नाथ तंतुबाई को हटाते/ निरस्त करते हुए झारखंड पंचायती राज अधिनियम के तहत पम्परागत प्रधान को मनोनीत करने को कहा है.
वहीं, चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी ने भी अंचलाधिकारी को मामले की जांच करने तथा करवाई करने का निर्देश दिया है, बावजूद इसके अंचलाधिकारी द्वारा मामले को रफा- दफा करने का प्रयास किया जा रहा है. मानसिंह मार्डी ने बताया कि चांडिल अंचलाधिकारी के साथ- साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा अवैध ग्राम प्रधान के मामले में शिथिलता बरतने के पीछे क्या रहस्य है, इसका जल्द ही वे खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के राज में पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है, इसलिए ग्रामीणों (ग्राम सभा) के शिकायत को भी अनसुना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी के विरुद्ध जल्द ही आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जाएगी. जरूरत पड़ी तो2 हजारों ग्रामीणों के साथ अंचल कार्यालय का घेराव किया जाएगा.
Reporter for Industrial Area Adityapur