चांडिल: अनुमंडल के नीमडीह थाना अंतर्गत पितकी गांव में गुरुवार को अचानक दर्जनभर देवदूत हनुमान ने दर्शन दे दिया. जिसके बाद थोड़ी देर के लिए तो ग्रामीणों में अफरा- तफरी मची रही, लेकिन धीरे-धीरे लोगों के मन से भय निकलता गया और लोग अपने- अपने घरों से फल, सब्जियां रोटी, नींबू वगैरह लाकर उन्हें दिए. जिसे हनुमानो ने बड़े प्यार से खाया और अपनी राह चलते बने.
वैसे इन हनुमानो को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ, कि यह शिकारी के डर से जंगल छोड़ गांव की तरफ आए हैं. क्योंकि ज्यादातर हनुमान के शरीर के कुछ भागों में जख्म के निशान पाए गए. किसी का पूछ नहीं था, तो किसी के हाथ- पैर गायब मिले. शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए. बताया गया कि सभी हनुमान पश्चिम बंगाल के बाघमुंडी स्थित अयोध्या हिल की जंगलों से भोजन की तलाश में इधर उधर भटकते हैं. वहां शिकारियों का भी खतरा बना रहता है. बहरहाल सभी हनुमान भोजन ग्रहण करने के बाद वापस फिर जंगलों की ओर लौट गए मगर ग्रामीणों के बीच दर्शन देकर हनुमानो ने अपनी वेदना प्रकट कर दी. यानी उन्हें शिकारियों से खतरा है. अब वन विभाग को इन्हें संरक्षित करने की जरूरत है.
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