चांडिल / Sumangal Kundu : चांडिल प्रखण्ड क्षेत्र के गांगोडीह पुनर्वास कॉलोनी के निवासी भीम गोप (50) को हाथी ने कुचल कर मार डाला था. शुक्रवार की सुबह चांडिल वन क्षेत्र पदाधिकारी को सूचना मिलने के बाद जंगल से तीन किलोमिटर दूर बिहड़ो में मृतक भीम गोप का शव बरामद किया गया. चांडिल वन क्षेत्र पदाधिकारी के निर्देश पर चांडिल वन क्षेत्र के प्रभारी वनपाल राधा रमण ठाकुर ने घटनास्थल पहुंचकर ग्रामीणों से जानकारी ली और तत्प्रश्चात परिवार को वन विभाग की ओर से नगद 50 हजार रुपये पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बनी सिंह सरदार के हाथो उनकी पत्नी को दिया. साथ ही आगे की कार्रवाई होने के बाद परिजनों को 3 लाख 50 हजार रुपया दिया जाएगा. यह जानकारी वन क्षेत्र के चांडिल प्रभारी राधा रमण ठाकुर ने दी.
घटना एक दिन पूर्व भीम गोप और गांव के दो-चार ग्रामीण एकजुट होकर हाथीनादा ओर गांगोडीह के बीच जंगल में आपने घर से तीन किलोमीटर दूर चांडिल डैम के आसपास गये थे. वे लकड़ी काटने या पत्ता तोड़ने गए थे, इसकी जानकारी नहीं दी गई. बीते दिन लगातार बारिश हो रही थी. दूसरी ओर जंगल हाथी का बहुल क्षेत्र माना जाता है, जहां बारहोंमहीना हाथी की झुंड विचरण करता है. उन लोगों को पता नहीं चला कि हाथियों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया है. किसी प्रकार बाकी लोगों ने भाग कर अपनी जान बचा ली और आपने घर पहुंचे.
दिन बीत गया और रात्रि होने पर भीम गोप घर नहीं पहुंचे तो परिवार ने किसी प्रकार रात भर इंतजार किया और आज सुबह वन विभाग के सहजोग से मृतक का शव निकला गया. भीम गोप को हाथियों के झुंड ने कुचल कर मार डाला था. आज हाथी के दहशत से दर्जनों गांव के ग्रामीण भयभीत हैं. लोगो डर है कि कहीं हाथी और किसी ग्रामीण को मार न दे.
लगातार सरायकेला खरसावां जिला में हाथियों को मनुष्य के प्रति आक्रोशित देखा जा रहा है. हाथी भोजन की तलाश में जंगल छोड़कर गांव में प्रवेश करके उत्पात मचाते रहते हैं. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये मुहैया कराए जाते हैं. बावजूद वन विभाग मौन बन बैठा है. आवश्यक कार्रवाई पूरा करने के बाद मृतक भीम गोप का शव को पंचनामा के लिए सरायकेला सदर हस्पताल भेजा गया. इस दौरान श्यामल मार्डी,भोजन गोप ,ईश्वर गोप आदि ग्रामीण उपस्थित थे.