चांडिल (Manoj Swarnkar) आदिवासी समाज के लोगों ने सोमवार को पारंपरिक हथियार के साथ अनुमंडल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में समाज के महिला- पुरुष बड़ी संख्या में शामिल थे. प्रदर्शन में शामिल लोग सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.
प्रदर्शन के बाद लोगों ने नीमडीह थाना अंतर्गत तनकोचा गांव में आदिवासी समाज के लोगों को आपस में लड़ाने व गांव में अशांति फैलाने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की मांग पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया कि 14 जुलाई को कुछ पंचायत जनप्रतिनिधि और संघ से जुड़े लोगों ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नाम मांग पत्र सौंपा था.
इसमें गांव के संथाल समुदाय के लोगों पर मनगढंत आरोप लगाया गया था और कुछ निर्दोष आदिवासी के नाम से मुकदमा करने का कुचक्र रचकर ग्रामीणों के बीच एक विवाद उत्पन्न करने का काम किया गया है. आदिवासी समाज के लोग वर्षों से हर पर्व-त्योहार व पूजा- पाठ एक साथ मिलकर मनाते आ रहे हैं. कभी भी किसी तरह को कोई विवाद नहीं हुआ है. ज्ञापन में मांग की गई है कि जो लोग गांव की शांति और सदभावना को बिगाड़ने का काम कर रहे है उन लोगों को चिन्हित कर उचित कारवाई किया जाए.
ग्रामीणों ने कहा कि तनकोचा गांव के आदिवासियों को प्रताड़ित करने और गांव का सामाजिक सदभाव का वातावरण को बिगाड़ने वालों पर मुकदमा दर्ज करते हुए उचित कानूनी कार्रवाई करें, ताकि गांव में शांति का माहौल आगे भी बना रहे. ग्रामीणों ने पत्र की प्रतिलिपि जिला के पुलिस अधीक्षक, चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी, नीमडीह थाना प्रभारी व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली को भी भेजा है.