चाईबासा/ Jayant Pramanik पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड के तरतरा गांव का लाल अपने सपनों को पूरा करने के लिए देश के शरहदों के पार ईरान में एक शिपिंग कंपनी में इंजीनियर के रूप में कार्यरत था. जहां ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई हैं. आह्लाद महतो ईरान चरक पोर्ट में पोस्टेड था और कंपनी के अनुसार ड्यूटी के दौरान एक दुर्घटना में बीते 27 मार्च 2025 को उनकी मौत हो गई है. दुर्घटना के 5 दिन बाद भी परिवार को शव नहीं मिला है.

क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता अमित महतो ने वीडियो जारी कर परिवार को ईरान से मृतक का शव लाने में मदद के लिए सरकार से और ईरान में कार्यरत आमजनों से मदद की अपील की हैं. मृतक के परिजनों द्वारा दिन रात सरकारी दफ्तरों के ठोकर खाने के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिल पा रहा हैं. झारखंड सरकार और केन्द्र सरकार से भी अपील की गई हैं कि जल्द से जल्द मृतक के पार्थिव शरीर को घर लाने में परिवार को सहायता करें. परिवारजनों को लगता है कि यह एक मर्डर या कुछ और भी हो सकता हैं. जबतक सरकारी जांच रिपोर्ट नहीं आता कुछ कहना गलत होगा. अमित महतो का कहना है कि शव को लाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा.
