सरायकेला खरसावां जिले में जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय. वाली कहावत चरितार्थ हुई है. जहां राजनगर प्रखंड के केन्दमुंडी पंचायत के केन्दमुंडी गांव मे खाना बनाने के क्रम में एक छोटा प्रतिबंधित रसोई गैस सिलिंडर ब्लास्ट होने से झोपड़ी नुमा मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया.
वहीं बलास्ट होने के बाद भी खाना बना रहा युवक पूरी तरह सुरक्षित बच गया. बता दें कि केन्दमुंडी गांव में पुराने पंचायत के समीप विजय गोप नामक व्यक्ति का बेटा शंकर गोप घर मे अकेले रसोई में खाना पका रहा था. जहां अचानक गैस सिलेंडर से आग निकलने लगा. यह देख शंकर गोप आग पर काबू पाने की कोशिश करता रहा, लेकिन जब आग बढ़ती गई तो वो घर से बहार निकालकर ग्रामीणों को बताया. इसी क्रम में अचानक घर के अंदर से जोरदार आवाज के साथ एक जबरदस्त बलास्ट हुआ और झोपड़ी नुमा मकान के परखच्चे उड़ गए. ग्रामीणों में भय हो गया, लेकिन गैस ब्लास्ट होने के पहले शंकर गोप बाहर सूचना देने के चक्कर मे बच गया. वहीं घर पूरी तरह छतिग्रस्त हो गया. वहीं परिवार के सदस्य जो किसी कार्य से बाहर थे सूचना पाकर सभी पहुंचे. परिजनों के घर पहुँचने से माहौल कुछ अलग था. परिवार के सदस्यों को दुख पहुंचा कि इस दुर्घटना से उनका आशियाना छिन गया, लेकिन अपने पुत्र को सुरक्षित देख उन्हें तसल्ली हुई और ऊपर वाले का शुक्रिया अदा किया, लेकिन अब उनके पास सर छुपाने के लिए एक आशियाना तक नही है. फिलहाल स्थानीय लोगों की मदद से पीड़ित परिवार को गांव में ही आश्रय दिया गया है. लेकिन जाने अनजाने में एक बड़ा हादसा होने से टल गया.
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