बोकारो: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चेचेरी भावज अंजलि सोरेन ने अपने पति नित्यानंद सोरेन, देवर परमानंद सोरेन एवं सास सरस्वती सोरेन के खिलाफ महिला थाने में प्रताड़ना का आरोप लगाया है. जिसको लेकर सियासत गरमा गयी है. वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अंजलि सोरेन ने बताया कि उनकी शादी साल 2007 में नित्यानंद सोरेन के साथ हुई थी. 2009 से वह अपने सेक्टर- 5 स्थित ससुराल में रह रही है. तब से ही उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है.
बताया कि मायके से जो भी जेवरात मिले सारे जेवरात पति एवं सास ने बेच डाले. शराब के नशे में आए दिन पति मारपीट करते हैं. ससुरवालों की प्रताड़ना से तंग आकर दो बार आत्महत्या करने का भी प्रयास किया मगर मैं बच गई. श्रीमती सोरेन ने कहा कि सोरेन खानदान की बहू बनने से बढ़िया था, किसी गरीब परिवार में ब्याही जाती.
आगे उन्होंने कहा कि श्वसुर लालू सोरेन की मौत के बाद से उनपर अत्याचार और बढ़ गया है. जेठानी जामा विधायक सीता सोरेन पहले मदद करती थी, मगर अब उन्होंने परिवार का मामला बताकर किनारा कर लिया है. दुमका विधायक बसंत सोरेन ने कोई रिश्ता मानने से इंकार कर दिया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बच्चों की पढ़ाई के लिए दस हजार रुपए प्रतिमाह देते हैं, मगर उससे बच्चों की पढ़ाई संभव नहीं है. बच्चे भी नशे के आदि होने लगे हैं. कई बार अपने दूसरे देवर दयानंद सोरेन जो मुख्यमंत्री के साथ रांची में रहते हैं से बच्चों को हॉस्टल में डालने की गुजारिश की मगर उन्होंने अनसुना कर दिया. अब तो मुख्यमंत्री ने भी पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया. इस बार मिलने गयी तो गार्ड से नहीं मिलने देने की बात कहते हुए वापस लौटा दिया.
उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस से भी कई बार गुहार लगाई, मगर हर बार पुलिस कार्रवाई करने के बजाए उन्हें ही डराती धमकाती है. उन्होंने बताया कि पिछली बार ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराया था जिसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने अपने ससुरालवालों से अपना एवं बच्चों के जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगायी है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. अंजलि सोरेन ने बताता कि 22 अगस्त को थाना बुलाया गया है, उसके बाद ही आगे क्या करना है इसपर विचार करूंगी.