गया (Pradeep Kumar Singh) भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव के दूसरे दिन देशी- विदेशी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से समां बांध दी. एक से बढ़कर एक कलाकारों की प्रस्तुति देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठे.
सुर- ताल- लय, गीत- संगीत एवं नृत्य की ऐसी प्रस्तुति देख लोग घंटों सराबोर होते रहे. वही 11 वर्षीय नृत्यांगना प्राची पल्लवी साहू के नृत्य को देखकर दर्शकों ने खूब तालियां बजाई. इसके अलावा थाईलैंड और श्रीलंका के कलाकारों ने भी अद्भुत प्रस्तुति की. ठंड के मौसम के बावजूद दर्शक देर रात्रि तक कलाकारों की प्रस्तुति का लुफ्त लेते रहे. इस मौके पर कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु, प्रशासनिक अधिकारी एवं हजारों की संख्या में आस- पास के लोग मौजूद रहे. जिन्होंने कलाकारों की प्रस्तुति को घंटो देखा और खूब तालियां बजाई. वहीं 11 वर्षीय नृत्यांगना प्राची पल्लवी साहू के नृत्य को देखकर दर्शकों ने खूब सराहा.
गौरतलब हैं कि प्राची की मां अनुसुईया रण सिंह साहू फिलवक्त बिहार में आईजी के पद पर तैनात है. ये बिहार के कई जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. एक आईपीएस अधिकारी की बेटी की ऐसी प्रस्तुति को लोगों ने खूब सराहा.
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इस दौरान प्राची पल्लवी साहू ने कहा कि 5 साल की उम्र से ही नृत्य कर रही हूं. शुरू से ही नृत्य में रुचि रही है. शुरू में वेस्टर्न डांस करती थी. लेकिन धीरे- धीरे कत्थक की ओर रुझान हुआ. जिसके बाद से लगातार कत्थक करती आ रही हूं. लेकिन वर्तमान समय में लोग वेस्टर्न डांस देखना ज्यादा पसंद करते हैं. इसलिए मेरी यह कोशिश है कि हम इतना अच्छा कत्थक डांस करें कि लोग वेस्टर्न डांस छोड़कर कत्थक देखने लगे. इसीलिए आज की प्रस्तुति में हमने वेस्टर्न और कत्थक दोनों विधा को मिलाकर नृत्य किया है. जिसे लोगों ने खूब सराहा है. मैं भविष्य में बहुत अच्छी कत्थक नृत्यांगना बनना चाहती हूं. हमारी मां पुलिस अधिकारी है, इससे हमारी नृत्य करने में कहीं कोई बाधा नहीं है. उनके अधिकारी होने के बावजूद हमारी रुचि नृत्य में है. जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग को हम धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमें अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव जैसे कार्यक्रम में प्रस्तुति करने का मौका दिया. आगे भी हम बेहतर कत्थक नृत्य प्रस्तुत करने का प्रयास करेंगे.
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प्राची पल्लवी साहू (कत्थक नृत्यांगना)
वहीं प्राची की माता आईपीएस अधिकारी अनुसुईया रण सिंह साहू ने कहा कि हमारी बच्ची 3 साल की उम्र से ही डांस कर रही है. जब हमलोग कोई फिल्म देख कर आते थे, तो वह फिल्म में दिखाए गए डांस को घर आकर स्वयं डांस करने लगती थी. उसकी रुचि को देखते हुए हमने उसे क्लासिकल डांस सिखाने का निर्णय लिया. विगत कई वर्षों से वह क्लासिकल डांस सीख रही है और उसकी प्रस्तुति भी कर रही है. खासकर वेस्टर्न डांस को क्लासिकल के माध्यम से कैसे प्रस्तुत किया जाए, इसमें उसकी विशेष रूचि है और उसकी वह प्रस्तुति भी बेहतर ढंग से करती है. इससे हमें काफी खुशी हो रही है. बौद्ध महोत्सव जैसे कार्यक्रम में उसकी प्रस्तुति देख हमें बहुत अच्छा लगा रहा है.
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अनुसुईया रण सिंह साहू, आईपीएस अधिकारी.
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