सरायकेला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर किए गए टिप्पणी को लेकर देशभर में खासकर बीजेपी और आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त है. पूर्व मुख्यमंत्री सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने जिस हिसाब से टिप्पणी की है, वह बिल्कुल अशोभनीय है.
एक तरफ कांग्रेस संविधान लेकर लोगों से वोट मांगते चलती है, वहीं दूसरी तरफ देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर बैठे आदिवासी समाज की महिला का अपमान कर रही है. यही है कांग्रेस का असली चरित्र है.
इधर भाजपा नेता सह आदिवासी सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष रमेश हांसदा ने भी सोनिया गांधी के टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी का बयान देश में रहने वाले 10 करोड़ आदिवासी का अपमान है. बहुत मुश्किल से से संघर्ष कर द्रौपदी मुर्मू उस मुकाम तक पहुंची है. कांग्रेस का खैरात नहीं मिला है. देश से सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा इसका अंजाम बहुत बुरा होगा.
श्री हांसदा ने बयान जारी करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति महोदया को कमजोर कह कर पूरे देश के आदिवासियों को कमजोर की संज्ञा दी है. इसी कांग्रेस ने आजादी के दूसरे दिन ही आदिवासियों पर गोली चलवाया था. इसे आदिवासी समाज भुला नहीं है. कांग्रेस के इसी रवैया के चलते आज कांग्रेस देश की मुख्य धारा की राजनीति से बाहर है.