झारखंड के किसान बेहाल है. कारण उन्हें राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली कृषि आशीर्वाद योजना के तहत अनुदान मिलना बंद हो गया है.
इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान क्रय करने के बाद अब तक किसानों के खातों में पैसे नहीं भेजे गए हैं. खेती का मौसम शुरू हो चुका है. किसान के पास ना धान बचे हैं, ना खेती करने के लिए उनके पास पैसे हैं. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर राज्य भर के भाजपाइयों ने झारखंड सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है.
जमशेदपुर महानगर की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपाइयों ने खेतों में पहुंच किसानों के साथ खेत पर धरना प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार के प्रति विरोध प्रदर्शन किया. जानकारी देते हुए भाजपा नेताओं ने बताया, कि वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार किसान विरोधी सरकार है. यही कारण है, कि बीते एक साल से राज्य के किसानों के खातों में कृषि आशीर्वाद योजना के तहत अनुदान किसानों को नहीं पहुंच रहा है. ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के पैसे किसानों को अब तक मिले हैं. ऐसे में राज्य के किसान बेहाल हैं. वहीं उन्होंने बताया, कि पूर्व की भाजपा सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए कृषि आशीर्वाद योजना चलाई थी, लेकिन दुर्भावना से ग्रसित होकर वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार ने उस योजना को बंद कर किसानों के साथ धोखा किया है. भाजपाइयों ने किसानों के समर्थन में आंदोलन जारी रखने की बात कही. हालांकि देश के दूसरे राज्यों के किसान केंद्र की भाजपा नीत सरकार द्वारा लाए गए केंद्रीय कृषि बिल 2020 के विरोध में आंदोलनरत है.
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