जमशेदपुर: एक कहावत है न कि जब अपने गिरेबान में कई छेद हों तो दूसरों की गिरेबान में नहीं झांकना चाहिए. यही गलती झारखंड सरकार के कांग्रेस कोटे से मंत्री बन्ना गुप्ता कर गए. जिसके बाद वे झामुमो के साथ भाजपा के भी निशाने पर आ गए हैं. आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के फेसबुक पेज पर किए गए मार्मिक पोस्ट पर मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए उनकी तुलना विभीषण से कर डाली. इसपर झामुमो नेता और सरायकेला विधानसभा से विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य ने बयान जारी कर मंत्री बन्ना गुप्ता को पार्टी के अंदरूनी मामले में बयानबाजी करने से बचने की सलाह दी है. इधर भाजपा नेता विकास सिंह ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता की तुलना मीरजाफर से करके खिल्ली उड़ाई है.
भाजपा नेता ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन बन्ना गुप्ता के अनुसार विभीषण है तो बन्ना गुप्ता को भी मीरजाफर कहना गलत नहीं होगा. भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा चंपाई सोरेन ने तो पूरे कोल्हान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विस्तार का काम किया था हेमंत सोरेन जी को उनको बेइज्जत करने के पहले एक बार सोचना चाहिए था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में गुरुजी के बाद अगर कोई वरीय नेता है तो वह चंपाई सोरेन है. बन्ना गुप्ता को जिस समय राजनीति की एबीसीडी मालूम नहीं थी उस समय स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव ने सपा का झंडा देकर राजनीति की पहली सीढ़ी चढ़ाई थी, लेकिन चुनाव के ठीक सप्ताह भर पहले रातों- रात समाजवादी पार्टी का झंडा गटर में फेंक कर कांग्रेस का झंडा लहराने वाले बन्ना गुप्ता के मुंह से किसी को विभीषण कहना शोभा नहीं देता क्योंकि वह तो खुद मीरजाफर के तर्ज पर राजनीति करते हैं. बन्ना गुप्ता के मीरजाफर की भूमिका निभाने के कारण हेमंत सोरेन जी और आलमगीर आलम जी को खामियाजा भुगतना पड़ा है.