नई दिल्ली: तमिलनाडु में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चौपर क्रैश होने की घटना में 13 लोगों की मौत हुई है. सभी शव इतनी बुरी तरह से जल गए हैं, कि उनकी पहचान डीएनए टेस्टिंग से की जाएगी. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. स्थानीय लोग सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर सवार लोगों को बचाने के प्रयास में पहुंचे. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विमान पेड़ से टकराया था, आग लगने से पहले तीन लोग हेलिकॉप्टर से कूदे थे.
कुन्नूर में सेना के विमान हादसे के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया, “मैंने पहली बार एक तेज आवाज सुनी. जब मैं यह देखने के लिए बाहर आया कि क्या हुआ था, तो मैंने देखा कि हेलीकॉप्टर एक पेड़ से टकरा गया था. एक बहुत बड़ा आग का गोला था और फिर यह दूसरे पेड़ से टकरा गया. मैंने दो- तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से कूदते हुए देखा, वे पूरी तरह जल गए थे और हेलिकॉप्टर से गिरने लगे०” उन्होंने आगे कहा, “मैंने इलाके के और लोगों को बुलाया और हमने विमान हादसे में घायल लोगों की मदद करने की कोशिश की. हमने कंबलों और पानी से विमान में आग बुझाने की कोशिश की. हम घायलों को स्ट्रैचर से सड़क तक ला रहे थे, इसके बाद दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया गया.”