गया: गया पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था को धत्ता बताते हुए अपराधियों ने बंद मकान से नगदी सहित लगभग साढ़े 10 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरातो की चोरी कर ली. घटना के समय पूरा परिवार छठ पूजा में शामिल होने के लिए गांव गया हुआ था. घटना के बाद घर की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सलेमपुर मोहल्ला की है.
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सलेमपुर मोहल्ला निवासी पीड़ित मनोज कुमार ने बताया कि आज पड़ोसियों द्वारा सूचना दी गई, कि घर के मुख्य दरवाजे का दरवाजे का ताला टूटा हुआ है. जिसके बाद पूरे परिवार के साथ यहां पहुंचे.
अंदर जाकर देखा तो घर के सभी कमरों के दरवाजा का ताला टूटा हुआ है और अलमारी भी टूटा हुआ पाया गया. इस दौरान सारे सामान बिखरे पड़े थे. इस घटना में 9 लाख के सोने-चांदी के जेवरात एवं डेढ़ लाख रुपए नकदी की चोरी हुई है. साथ ही कई आवश्यक कागजात भी गायब हैं. उन्होंने कहा, कि कुछ दिन पूर्व पूरे परिवार के साथ जिले के टनकुप्पा थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव में छठ पूजा के लिए गए हुए थे. इस बीच यह घटना घटी. उन्होंने कहा कि मकान में एक रेंटर को भी कुछ कमरा दिए हुए है. उसके कमरे में भी चोरी की घटना हुई है. उन्होंने कहा, कि घटना की सूचना मुफस्सिल थाना को दी गई है. पुलिस आकर पूरे मामले की छानबीन की है. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी चोरी की घटना को अंजाम आसपास के कुछ लोगों के द्वारा दिया गया था. जिन्हें चिन्हित कर स्थानीय थाना में नामजद भी किया गया था. जिसके बाद उन लोगों द्वारा बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी, लेकिन आज तक पुलिस उन अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा, कि वे मुजफ्फरपुर जिले में पंचायत रोजगार सेवक के पद पर कार्यरत है. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से घटना में शामिल चोरों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है. वहीं घटना स्थल पर पहुंचे मुफस्सिल थाना के एसआई पारस शाह ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. मीडिया के प्रश्नों से वे बचते नजर आए.
गौरतलब है, कि जिले के मानपुर प्रखंड में अपराधिक घटनाओं में विगत 2 महीने में बेतहाशा वृद्धि हुई है. आए दिन लूट, हत्या, दुष्कर्म व छिनतई की घटनाएं हो रही है, लेकिन पुलिस अपराधियों को पकड़ पाने में विफल है. गत दिनों दिवाली पर्व के दौरान भी मुफस्सिल थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा पटाखे छोड़ने का वीडियो वायरल हुआ था. जिन पुलिसकर्मियों के ऊपर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए थी. उन्हीं पुलिस कर्मियों द्वारा थाना परिसर में खुलेआम आतिशबाजी की जा रही थी.
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मनोज कुमार (पीड़ित)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट