बिहार की राजधानी पटना के बिहटा में चंद रुपयों की खातिर दो भाइयों ने मिलकर अपने बड़े भाई की हत्या करवा डाली.
बता दें कि एक महीना पूर्व फुलवारी शरीफ के मुनीर कॉलोनी निवासी खुर्शीद अंसारी के पुत्र फिरोज अंसारी की हत्या चाकुओं से गोदकर कर दी गई थी. पुलिसिया तफ्तीश में यह बातें सामने आयी, कि फिरोज अंसारी के छोटे भाई अफरोज अंसारी और मोहम्मद फिरदोस अंसारी ने मिलकर कुछ रुपयों की खातिर अपने बड़े भाई फिरोज अंसारी की हत्या सुपारी किलर से करवा डाली.
दानापुर सहायक पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि नेउरा ओपी इंचार्ज के नेतृत्व में गठित टीम ने बड़ी सफलता प्राप्त की है. टीम ने कुछ ही दिन पूर्व फ़िरोज़ अंसारी की हुई हत्या मामले में मुख्य हत्यारा सहित हत्या की साजिश रचने वाले दो भाइयों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक के दो भाई ही हत्या के साजिशकर्ता थे. प्रॉपर्टी के लिए दोनों भाइयों ने षडयंत्र रचकर सौरभ सिंह नाम के शूटर से हत्या करवाया.
(सैयद इमरान मसूद ASP- दानापुर)
गौरतलब है कि फुलवारीशरीफ के मुनिर कॉलोनी लाल मियां की दरगाह निवासी खुर्शीद अंसारी के 34 वर्षीय पुत्र फिरोज अंसारी की अज्ञात लोगों ने हत्या कर शव को नेउरा के धुरिचक रेलवे पटरी के समीप झाड़ी में फेंक दिया था.
मृतक के हत्यारे भाई अफरोज अंसारी के ही लिखित आवेदन पर हत्या की प्राथमिकी अज्ञात पर दर्ज की गई थी. जिसका बिहटा/ नेउरा ओपी थाना कांड संख्या 644/21 दर्ज किया गया था.
मामला संज्ञान में आते ही पुलिस ने हत्या के आरोप में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दोनों भाई के साथ एक शूटर को भी गिरफ्तार किया है. जिसने पैसा लेकर इस घटना को अंजाम दिया था. तीनों गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अदलीपुर के राजकुमार राम के पुत्र सौरव कुमार उर्फ राहुल कुमार, मोहम्मद अफरोज अंसारी, मोहम्मद फिरदोस अंसारी दोनों पिता खुर्शीद अंसारी साकिन मुनीर कॉलोनी लाल मियां की दरगाह फुलवारी शरीफ के रहने वाले हैं. तीनों अपराधियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. पूछताछ के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वही चौथा फरार अपराधी रवि सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.