भागलपुर: बिहार में पड़ रहे कड़ाके की ठंड से भागलपुर में मरनेवालों की तादाद दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. आलम ये है कि श्मशान भूमि कम पड़ रहे हैं, लोग जहां- तहां शवों के अंतिम संस्कार करते नजर आ रहे हैं. गंगा किनारे शमशान घाट पर लाश के दाह संस्कार के लिए जगह की कमी हो गई है.
बरारी श्मशान घाट में लाश की संख्या और उनके परिजन परेशान दिखे. जबकि शमशान घाट बरारी में एक बेड वाला विद्युत शवदाह गृह भी है, लेकिन ज्यादातर समय मेंटेनेंस की की वजह से बंद रखना पड़ता है.
विद्युत शवदाह गृह के संचालक राहुल राय का कहना है कि स्मार्ट सिटी के रीवर फ्रंट के निर्माण कार्य की वजह से लाश जलाने की जगह छोटी पड़ गई है. स्मार्ट सिटी न तो विद्युत शवदाह गृह का नया निर्माण करा रही है, और न ही लकड़ी से जलाने के लिए जगह दे रही है. वहीं पूरे जिले की बता करें तो यहां पर सुल्तानगंज गंगा घाट में भी औसतन एक दर्जन शव प्रत्येक दिन गंगा घाट दाह संस्कार के लिए आते है. वहीं भागलपुर के महादेवपुर घाट की भी लगभग यही स्थिति है. इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में ठंड से मरनेवालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.
Reporter for Industrial Area Adityapur