औरंगाबाद (Dinanath Mauar) जिले के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश कृष्ण कांत त्रिपाठी को पटना हाईकोर्ट द्वारा पदोन्नत कर बांका जिला के जिला जज बनाये जाने पर, स्पेशल पीपी शिवलाल मेहता और पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बुके देकर सम्मानित किया और शुभकामनाएं दी.
अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में इसी साल के शुरूआत में प्रधान न्यायाधीश कृष्ण कांत त्रिपाठी पदभार ग्रहण किये थे, जिनसे अधिवक्ता परिवार को कानून से सम्बन्धित बहुत कुछ सीखने को मिला. उन्होंने बताया कि प्रधान न्यायाधीश की खासियत यह थी, कि ओपेन कोर्ट में हमेशा कानून का जिक्र सभी अधिवक्ताओं से करते रहते थे. हमेशा कानून के परिधि में रह कर बात रखने और यथा संभव परिवार को टूटने से बचाने की सलाह देते थे. वाद के दोनों पक्षों को अभिभावक की तरह मामले सलटाने और साथ जीवन यापन करने का मशवरा दिया करते थे.
यही कारण है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 669, पारिवारिक वादों का निष्पादन किया. जब पदभार ग्रहण किया था तो वादों की संख्या 1444 थी, आज उसे घटाकर 1348 कर चुके हैं, जबकि इस साल अभी तक 629 वाद दाखिल किया गया है. इस साल परिवार न्यायालय का लोक अदालत में 40, वादों का निष्पादन किया गया है. औरंगाबाद अधिवक्ता समाज को साल भर यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि पूरे बिहार के जिला जज के लिस्ट मे प्रथम वरीयता के आधार पर न्यायधीश कृष्ण कांत त्रिपाठी को बांका जिला का प्रधान न्यायाधीश बनाया गया. वे अभी तक पांच जिलों में जिला जज के पद शुशोभित कर चुके हैं और औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद से 2009 में नवादा जिला में जिला जज बनकर गये थे. प्रधान न्यायाधीश ने स्पेशल पीपी शिवलाल मेहता को भी सलाह दी कि पोक्सो कोर्ट औरंगाबाद का वाद निष्पादन में और तेजी लाने में सहयोग करें और पूरे बिहार में जिला का नाम ऊंचा रखें.
Reporter for Industrial Area Adityapur