औरंगाबाद (Dinanath Mouar) जो लोग राहुल गांधी की ठंड प्रतिरोधक क्षमता पर रिसर्च कर रहे हैं, उन्हें बिहार के औरंगाबाद आना चाहिए. क्योंकि मौसम विभाग ने जब औरंगाबाद का न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री बताया, तब डीएम की ओर से आदेश आया कि आज से सभी तरह के स्कूल खुल जाएंगे, जबकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि 12 जनवरी तक औरंगाबाद का न्यूनतम तापमान 6- 8 डिग्री के आसपास रहेगा.
इधर दो दिनों से थोड़ी धूप खिलने पर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने आज से सभी स्कूलों को खोलने का आदेश जारी किया है. आदेश जारी करते समय मौसम विभाग की रिपोर्ट तक नहीं देखी गई, जिसमें रविवार को औरंगाबाद में सर्वाधिक ठंड रही. खास बात यह भी रही कि आदेश में स्पष्ट जिक्र है कि प्राइमरी कक्षाओं के लिए भी यह आदेश लागू है. आदेश के अनुसार, सुबह 9:30 बजे से दोपहर बाद 3:30 बजे तक सरकारी और प्राइवेट सभी तरह के स्कूल विद्यालय का संचालन करेंगे. यह आदेश तब आया है, जब पटना में डीएम ने 14 जनवरी तक के लिए 10वीं कक्षा के बच्चों को भी बचाने के लिए स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है. बाकी जिलों में भी कहीं 11 तो कहीं 14 तक स्कूल बंद रखने का आदेश है.
*धूप से अधिकतम तापमान बढ़ा, न्यूनतम तो घट ही रहा: वैज्ञानिक*
कृषि विज्ञान केंद्र, सिरिस के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनूप कुमार चौबे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान में कमी आई है. आगामी पांच दिनों में अधिकतम तापमान क्रमश: 19 से 21 डिग्री रहने के आसार हैं, लेकिन देखना होगा कि 9 जनवरी को मौसम पूर्वानुमान में ऑरेंज एवं 10 जनवरी को येलो अलर्ट जारी किया गया है. चौबे ने कहा कि दिन में धूप निकलने के कारण अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन न्यूनतम तापमान में कमी ही दर्ज की गई है.
*लोगों ने कहा बंद होना चाहिए स्कूल*
भीषण ठंड होने के बाद भी स्कूल खोलने के आदेश को लेकर लोगों ने अलग- अलग तरह की बातें कहीं. एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि भीषण ठंड को देखते हुए सरकार को चाहिए कि छोटे- छोटे बच्चों के लिए स्कूल को फिलहाल बंद कर देना चाहिए. जबकि राजद के जिला प्रवक्ता रमेश यादव कहना है कि चूंकि आज धूप निकला था इसलिए डीएम ने स्कूल खोलने के आदेश जारी किये थे, लेकिन अगर ठंड बढती है तो ऐसी स्थिति में स्कूल बंद कर देनी चाहिए.