औरंगाबाद/ Dinanath Mouar : जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जिले में अभी तक डेंगू के कुल 28 मरीज पाए गए है जिसमे 20 मरीज की रिपोर्टिंग पटना से हुई है जबकि रहनेवाले औरंगाबाद के है जिनका इलाज पटना के अस्पताल में एडमिट कर किया जा रहा है. 8 डेंगू के मरीज की पहचान सदर अस्पताल में हुई है जिसमे 2 मरीजों को एडमिट कर इलाज किया जा रहा है. बाकी बचे 6 मरीजों का इलाज कर घर भेज दिया गया है.
ओबरा प्रखंड के देवकली गांव के रहनेवाले जदयू नेता अशोक पाण्डेय की 65 वर्षीय पत्नी सरस्वती देवी की मौत डेंगू से इलाज के दौरान गुरुवार को वाराणसी में हो गई. पति अशोक पाण्डेय ने बताया कि सरस्वती को कई दिनों से बुखार आ रहा था इलाज कराने पर भी स्थिति ज्यो का त्यों रहा. बेहतर इलाज के लिए बीएचयू ले जाया गया जहां जांच के बाद डेंगू पाया गया. प्लेटलेस की काफी कमी हो गई थी जिसके कारण पत्नी की मौत हो गई.
जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में इससे निबटने की पूरी तैयारी कर ली गई है. सदर अस्पताल में जांच में 8 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाये गये हैं. ये मरीज देव, नवीनगर, गोह, रफीगंज, बारुण व शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं. इन सभी मरीजों के क्षेत्रो में फॉगिंग एवम लार्बिसाइडल छिड़काव कराने की व्यवस्था करायी जा रही है.
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ किशोर ने बताया कि जिले में अब तक कुल 682 एनएस वन किट से जांच की गई है जबकि एलाइजा किट से 65 लोगो की जांच की गई है जिसमे कुल 8 मरीज पॉजिटिव पाए गए है. ये मरीज गंभीर रूप से पीड़ित नही है और प्राथमिक इलाज के बाद घर पर ही रहकर उपचार कराने की सलाह दी गई हैं जबकि 2 मरीजों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. दो से तीन दिनों में घर भेज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जांच करने के लिए कुल 268 एनएस वन एलाइजा किट उपलब्ध है. रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 496 कीट हमारे यहां उपलब्ध है. अगर और जरूरत पड़ी तो उसे तुरंत मंगवा लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि डेंगू के मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए जिले में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है जिसमे पूरे जिले भर में 55 बेड का मच्छरदानी लगा वार्ड बनाया गया है. वही सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड जिसमे मच्छरदानी लगा हुआ है.