आदित्यपुर: सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर थाना अंतर्गत आर आई टी मोड़ स्थित शुभेक्षा लॉज के कमरा नंबर 101 से पूर्वी सिंहभूम जिला के गालूडी की रहने वाली 24 वर्षीय कांति देवी का शव जमीन पर पड़ा मिला
लॉज में शव मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई मामले की सूचना पुलिस को मिली. आदित्यपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला के शव को अपने कब्जे में लेकर देर रात पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया.
शव सबसे पहले लॉज में काम करने वाली मेड जमुना हांसदा ने शाम के करीब छः बजे के आसपास देखा जिसकी सूचना उसने लॉज के संचालक सह मैनेजर दिलीप घोष को दिया. जिसके बाद लॉज के सभी कमरों को आनन- फानन में खाली करा दिया गया. थोड़ी देर के लिए लॉज में भगदड़ की स्थिति बनी रही. सीसीटीवी कैमरा के साथ छेड़छाड़ भी की गई. जब लॉज खाली हो गया तब पुलिस को इसकी सूचना दी गई, क्योंकि जब पुलिस और मीडिया वहां पहुंची तो पूरे लॉज में सिर्फ मैनेजर दिलीप घोष और मेड जमुना हांसदा ही वहां मौजूद मिली.
मीडिया कर्मियों ने लॉज का रजिस्टर तलब किया ताकि महिला और उसके पुरुष साथी के संबंध में जानकारी मिल सके, मगर लॉज के संचालक ने उसे दिखाने से मना कर दिया. वह कैमरा देख ऐसा भागा मानो उसे सबकुछ पता है और वह कुछ छुपाना चाह रहा है.
मौके पर पहुंची आदित्यपुर थाने की पुलिस कागजी कार्रवाई के बाद शव को अपने साथ ले गई. पुलिसकर्मी भी मीडिया के सवालों का जवाब देने से बचती रही. आखिर क्यों ! पुलिस किसे बचना चाह रही थी ? आखिर लॉज में क्या खेल चल रहा था ?
कहीं मामला लव जिहाद का तो नहीं ?
जब हमने गहनता से पड़ताल शुरू किया तो पता चला कि महिला कांति देवी के साथ जो पुरुष पार्टनर आया था उसका नाम मैइनुद्दीन पलवान है, जो पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के डायमंड हर्बल टू का रहने वाला है. दोनों मंगलवार दोपहर 12 बजे ओयो के जरिए कमरा बुक कराकर यहां पहुंचे थे. मैनुद्दीन दोपहर करीब 3:00 बजे के आसपास खाना लाने की बात कहकर लॉज से निकला जो लौटकर नहीं आया. शाम छः- साढ़े छः बजे के आसपास जब मेड जमुना कमरे के पास से गुजरी तो कमरे का कुंडी बाहर से बंद देखा उसे लगा कि शायद कमरा खाली हो गया है वह उसे साफ करने के उद्देश्य से अंदर गई जहां देखा महिला फर्श पर पड़ी थी. जिसके बाद मेड जमुना ने इसकी सूचना मैनेजर दिलीप घोष को दी.
बाईट
जमुना हांसदा (मेड)
क्यों बचती रही पुलिस !
महिला के शव की सूचना पर पहुंची पुलिस मीडिया के सवालों से बचती रही,आखिर क्यों ? क्यों पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी मौका- ए- वारदात पर नहीं पहुंचा ? जबकि मामला गंभीर था. ऐसे कई सवाल लोगों के जेहन में कौंध रहे हैं. बहरहाल सबकी निगाहें अब पुलिस के खुलासे पर टिकी है, कि आखिर कैसे हिंदू महिला विशेष कौम के युवक के झांसे में आ गई ? बताया जा रहा है कि देर रात पुलिस ने होटल के मालिक और मैनेजर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. हालांकि इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं की गई है.
देखें कैसे मीडिया के सवालों से बचती रही पुलिस और भागता मैनेजर video
ओयो की आड़ में देह व्यापार का फलफूल रहा कारोबार आम लोगों का जीना मुहाल
कानून ने ओयो के जरिए लॉज- होटल वगैरह में बुकिंग के जरिए प्रेमी युगलों की जांच करने से पुलिस के हाथ बांध रखे हैं. जिसका नतीजा है कि गली मोहल्ले में 7- 8 कमरों का मकान भी ओयो टैगिंग हो गया है. प्रेमी युगल पॉश इलाकों से हटकर गली- मोहल्लों के लॉज में आकर रंगरेलियां मानते हैं और लॉज संचालक आपत्तिजनक सामानों को गली मोहल्ले में ही सीखते हैं इसे समाज पर बुरा असर पड़ रहा है पुलिस कानून का हवाला देकर कार्यवाई करने से बचती है.
Exploring world