आदित्यपुर: नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने आदित्यपुर शहरी क्षेत्र में वाटर सप्लाई और मेंटेनेंस का कार्य पुनः पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को सौंपने की मांग की है. उन्होंने जिंदल द्वारा ठीक ढंग से काम नहीं किए जाने का आरोप लगाया है. शनिवार को शर्मा बस्ती के निकट रेलवे लाइन के किनारे आदित्यपुर-1 की ओर जाने वाले मुख्य पाइपलाइन में लीकेज की जानकारी मिलने के बाद पुरेन्द्र ने अपनी टीम के साथ स्थल का दौरा किया और अपनी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने बताया कि जिंदल कंपनी द्वारा जलापूर्ति का काम ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है जिससे आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में अनियमित जलापूर्ति से आम जनता त्राहिमाम है. उन्होंने कहा कि नगर निगम के प्रशासक को जिंदल के कार्य की समीक्षा कर सप्लाई और मेंटेनेंस का कार्य पु:न पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को दिए जाने पर विचार करना चाहिए.
श्री सिंह ने कहा कि अभी पिछले 4- 5 दिनों से कभी ट्रांसफार्मर की खराबी, कभी प्लांट में भल्ब की खराबी और विभिन्न कारणों से आदित्यपुर क्षेत्र में जलापूर्ति बंद थी. बीते कुछ दिनों से आदित्यपुर-1 में कम पानी की सप्लाई हो रही थी, लेकिन जिंदल द्वारा सही ढंग से निगरानी नहीं करने के कारण पाइप में लीकेज की जानकारी नहीं मिल पाई. बीती रात शर्मा बस्ती के निकट रेलवे लाइन के किनारे आदित्यपुर-1 की ओर जाने वाली मुख्य पाइपलाइन में लीकेज की जानकारी मिलने के बाद आदित्यपुर नगर निगम प्रशासक के स्थल निरीक्षण और निर्देश के बाद जिंदल द्वारा आंशिक रूप से कार्य प्रारंभ किया गया है.
पुरेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि लीकेज पॉइंट का जायजा लेने के क्रम में स्थानीय शर्मा बस्ती वासियों ने बताया कि पिछले करीब 10 दिनों से यहां पानी का लीकेज हो रहा है. लीकेज पॉइंट पर मौजूद जिंदल के अभियंता ने बताया कि करीब 25 फीसदी पानी लीकेज के कारण बर्बाद हो रहा है. ऐसे में पुरेन्द्र ने नगर निगम से पुनर्विचार करने की मांग की है.
नगर निगम प्रशासक द्वारा दो दिनों के अंदर पाइपलाइन मरम्मती किए जाने की बात बताई गई है एवं आदित्यपुर-1 के नागरिकों के लिए आवश्यकता अनुसार टैंकर द्वारा जलापूर्ति की व्यवस्था की गई हैl
शर्मा बस्ती के निकट लीकेज पॉइंट को देखने गए प्रतिनिधि मंडल में पुरेंद्र नारायण सिंह के अलावे देव प्रकाश, एसडी प्रसाद शामिल थेl