आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 8 की स्थिति बदतर मोहल्ले में नाला या नाले में मुहल्ला जिम्मेवार कौन !
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सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र की सच्चाई रविवार देर रात अचानक आए बारिश ने उजागर कर दिया. वैसे तो पूरा नगर निगम क्षेत्र नर्क में तब्दील हो चुका है, मगर नगर निगम के वार्ड संख्या 8 का नजारा आपकी आंखों को नम कर देगा. ये जो नजारा आप देख रहे हैं, ये नजारा किसी तालाब का नहीं, बल्कि वार्ड संख्या 8 का है. जहां मुहल्ला नाले में है या नाला में मुहल्ला. आम लोगों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है. सड़क तक पहुंचने के लिए कोई मार्ग ही नहीं बचा है. आधी रात को आए जोरदार बारिश से नाले और सड़क का पानी मोहल्ले में रहनेवाले लोगों के घरों में समा गया. आपको बता दें इस मोहल्ले में ऐसे लोग भी हैं जो उम्रदराज हैं, और डंडे के सहारे ही चल पाते हैं. घरों में पानी भर जाने से उनका शौच तक जाना भी मुश्किल हो गया है. सबसे हृदयविदारक नजारा उस समय देखने को मिला जब कक्षा तीन में पढ़ने वाली एक छोटी सी बच्ची घरों में घुसे पानी को निकलती कैमरे में कैद हुई. हालांकि उसका प्रयास असफल रहा. मगर उसकी हौंसले की तारीफ करनी होगी. पूछने पर बच्ची ने बताया, कि रात के 1:00 बजे से बारिश का पानी घर में समा गया और आधा दिन बीत जाने के बाद भी वार्ड के पार्षद कोई सुध लेने नहीं आए. वहीं मोहल्ले में रहने वाले दूसरे लोगों ने बताया, कि पहले से ही कोरोना की महामारी फैली है. अब इस नई मुसीबत से छोटे बच्चों का घर में सुरक्षित रहना बड़ा मुश्किल है. वैसे सभी की नाराजगी नगर निगम के खिलाफ ही नजर आयी. परोक्ष रूप से लोगों ने बताया, कि वे नगर निगम से लेकर स्थानीय पार्षद से भी फरियाद लगा चुके हैं मगर नतीजा सामने है. बरसात सर पर है और निगम प्रशासन केवल झूठे आश्वासन और भरोसा ही दे रहा है.
वार्ड 8 में जलजमाव का दृश्य
अपने ही खोदे गड्ढे में फंसा नगर निगम का टैंकर हजारों लीटर पानी बहाया सड़कों पर मुख्य सड़क पर
आदित्यपुर: सरायकेला जिले के अदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र का बुरा हाल है. सीवरेज- ड्रेनेज सिस्टम को लेकर खोदे गए गड्ढे जानलेवा हो गए हैं. बरसात ने तो नगर निगम के विकास के दावों की पूरी पोल खोलकर रख दिया है. पूरा निगम क्षेत्र नर्क में तब्दील हो गया है. निगम प्रशासन लाख दावा कर ले, लेकिन सच्चाई यही है, कि निगम क्षेत्र में जनजीवन बेहाल हैं. सोमवार को नगर निगम क्षेत्र में 12 हजार लीटर पानी आपूर्ति के लिए निकला टैंकर आरआईटी थाना क्षेत्र के मार्ग संख्या 7 के मुख्य सड़क पर फंस गया. नतीजा पूरा का पूरा पानी सड़कों पर बहाकर टैंकर को निकाला जा सका. आपको बता दें कि शापूरजी पालन जी द्वारा सीवरेज- ड्रेनेज के लिए खोदकर सड़क के नीचे पाइप बिछाया गया मगर सड़क निर्माण ना कर मिट्टी भर दिया गया. जिस कारण सोमवार को यह हादसा हुआ. जिसे बाद में जेसीबी के सहारे टैंकर को निकाला गया. इस गर्मी में जहां लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं शापूरजी पालन जी की लापरवाही के कारण 12000 लीटर पानी सड़कों पर बहाना पड़ा. वैसे अदित्यपुर नगर के माननीय क्या इसकी जवाबदेही तय करेंगे ?
आरआईटी में फंसा टैंकर
बारिश से भालोटिया कंपनी का बाउंड्री गिरा कोई हताहत नहीं
बीती रात आए जोरदार बारिश से आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 4 स्थित भलोटिया कंपनी का चाहरदीवारी का एक बड़ा हिस्सा मोती नगर के गली नंबर -1 में भारभरा कर गिर गया. कंपनी का दीवार कम्पनी के उत्तर दिशा में पड़ता है, और दिवार से सट कर एक बड़ी आबादी बसती है. स्थानीय लोगों के अनुसार आधी रात होने के साथ मूसलाधार बारिश के कारण लोग गली में नहीं थे, जिससे किसी इंसानी जान का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन लोगों को माल का नुकसान झेलना पड़ रहा है. चाहर दीवारी के गिर जाने से मलबा लोगों के घरों के दरवाजे पर आ गया. तथा कई बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. फिलहाल क्षेत्र में बिजली व्यवस्था रोक दी गई है. स्थानीय लोगों की माने तो दीवार गिरने का धमाका काफी जोरदार था. वहीं अहले सुबह वर्तमान पार्षद पति सचिन कुमार को प्रोफेसर रवि शंकर द्वारा सूचित किया गया जिसकी खबर मिलते ही सचिन कुमार नगर निगम के मजदूरों के साथ स्वयं भी सुरक्षा के साथ मलबा हटाने के काम पर लग गए. वही उन्होंने कहा कि शाम होने से पहले यह गली साफ हो जाएगी और बिजली भी बहाल कर दिया जाएगा. वहीं कंपनी प्रबंधन द्वारा लोगों के नुकसान के भरपाई करने का भरोसा दिलाया गया. प्रभावित लोगों ने बताया, कि आधी रात से ही चहारदीवारी टूट जाने के कारण पूरा पानी घर में प्रवेश कर गया अब नगर निगम के मजदूर उनकी सहायता कर रहे हैं.
भालोटिया कंपनी के दीवार का मलबा हटाता मजदूर
वैसे पिछले दिनों आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम को लेकर सड़कों पर खोदे गए गड्ढों के खिलाफ कांग्रेसी नेता और कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी मुन्ना शर्मा ने नगर निगम को चेतावनी देते हुए जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान कराए जाने की मांग की थी. इसको लेकर उन्होंने निगम कार्यालय के समक्ष धरना- प्रदर्शन भी किया था, जहां नगर आयुक्त ने प्राथमिकता के आधार पर सभी वार्डों में सड़कों को दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया था. लेकिन 5 माह बीत जाने के बाद भी अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई. नतीजा मॉनसून से पहले ही पूरा नगर निगम नरक में तब्दील हो चुका है. वैसे मुन्ना शर्मा ने एक बार फिर से आंदोलन की चेतावनी दी है.
कांग्रेसी नेता मुन्ना शर्मा
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