सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड पांच के सनकी पार्षद की वजह से जिले में सबसे ज्यादा वैक्सीन का रिकॉर्ड बनानेवाला सेंटर पर ताला लटक गया है.
रविवार को वैक्सीन लेने पहुंचे लोगों को मायूसी हाथ लगी और मजबूर होकर धूप में वैक्सीन लेने घण्टों अपनी बारी आने की आस में खड़े रहे. वैसे चिलचिलाती धूप के बीच अपनी बारी के इंतजार में खड़ी एक युवती बेहोश होकर गिर पड़ी जिसे आनन-फानन में परिजन घर ले गए. पार्षद की मनमानी से लोगों में नाराजगी देखी गई.
गौरतलब है, कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 5 स्थित दुर्गा पूजा मैदान के सामुदायिक भवन में हर दिन दो से ढाई सौ लोगों को कोविड-19 का वैक्सीन दिया जाता है. यही कारण है कि जिले का सर्वाधिक वैक्सीन देने वाला सेंटर यह बना हुआ है. इधर स्थानीय पार्षद सिद्धनाथ सिंह यादव द्वारा नगर निगम में उक्त सामुदायिक भवन में अनैतिक कार्य होने की शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद नगर निगम प्रशासन की ओर से शनिवार देर शाम सामुदायिक भवन में तालाबंदी कर दी गई. इधर रविवार को वैक्सीन देने पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों ने जब देखा, कि सामुदायिक भवन में ताला लटका हुआ है, तो बगल के ही दुर्गा मंदिर में कैंप लगा दी. वहीं वैक्सीन लेने पहुंचे लोग पार्षद की बेरुखी और तुगलकी फरमान के कारण धूप में खड़े होकर अपनी बारी आने का इंतजार करते नजर आए. यहां वैक्सीन देने पहुंची महिला स्वास्थ्य कर्मियों एवं वैक्सीन लेने पहुंच रही महिलाओं के लिए शौचालय का प्रबंध नहीं होने से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसको लेकर नगर निगम प्रशासन के आला अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. स्थानीय लोगों ने बताया, कि जब इस संबंध में नगर निगम प्रशासन से जानकारी ली गई तो, उन्होंने बताया कि पार्षद द्वारा शिकायत मिलने के बाद उक्त केंद्र को बंद किया गया है, हालांकि इसका कोई लिखित आदेश नगर निगम प्रशासन उपलब्ध नहीं करा सका.
आपको बता दें, कि इससे पूर्व भी पार्षद द्वारा सामुदायिक भवन का बिजली का कनेक्शन कटवाया गया था, जिसे स्थानीय लोगों द्वारा विभागीय पदाधिकारियों से बात कर जुड़वाया गया था. अब इसके पीछे का कारण क्या है, यह तो पार्षद, नगर निगम प्रशासन अथवा स्थानीय जनता ही बता सकती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पार्षद से संपर्क किया गया मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया, नगर निगम के सिटी मैनेजर ने पार्षद से संपर्क करने की बात कही. आखिर केंद्र सरकार के कोरोना के खिलाफ जारी देशव्यापी जंग में एक जिम्मेदार पद पर बैठे जनप्रतिनिधि, नगर निगम प्रशासन की बेरुखी क्यों ?