आदित्यपुर (Pramod Singh) उद्यमी संगठन सिंहभूम इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (सिया) झारखंड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (जियाडा) के खिलाफ धरने पर बैठ गई है. आपको बता दें कि सिया विगत एक पखवाड़े से आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया फेज 3 स्थित जिंको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की मालकिन सिद्धि सिंह को इंसाफ दिलाने का लड़ाई लड़ रहा है.
बता दें कि पिछले दिनों फेज तीन स्थित जिंको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर आवंटित भूखंड पर गैर कानूनी रूप से पीटीपीसी द्वारा कब्जा जमाकर उद्योग संचालित करने का मामला प्रकाश में आया था, जिसपर जियाडा द्वारा विगत 6 जुलाई को जिंको और पीटीपीसी दोनों को गलत ठहराते हुए सील करने का अनुरोध पत्रांक संख्या 853/एआर के माध्यम से एसडीओ से किया गया था.
video
जियाडा के अनुरोध पर 11 जुलाई को ही एसडीओ की ओर से दंडाधिकारी सन्नी तिर्की को उक्त भूखंड पर कब्जा करने और सील करने की जवाबदेही सौंपी गई थी. बुधवार को उक्त भूखंड पर सन्नी तिर्की कब्जा करने पहुंचने वाले थे. आदित्यपुर थाने को भी सूचित कर दिया गया, मगर ऐन वक्त पर सनी तिर्की ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और क्षेत्रीय निदेशक दिनभर दफ्तर नहीं पहुंचे. इधर सिंहभूम स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं जिंको इंडिया के प्रोपराइटर सिद्धि सिंह बुधवार को दिन भर जियाडा परिसर में जमे रहे.
मूल रूप से जिंको इंडिया सियाराम अग्रवाल के नाम पर आवंटित है. बाद में उनके द्वारा आशा अग्रवाल के साथ पार्टनरशिप किया गया. आशा अग्रवाल ने सिद्धि सिंह को पार्टनर बनाया और सियाराम अग्रवाल को मृत घोषित कर दिया, जिसे जियाडा ने भी सही मान लिया, जबकि सियाराम अग्रवाल अभी भी जीवित हैं और सोनारी में रहते हैं. इसकी भी जांच होनी चाहिए. उसके बाद करीब 50 लाख रुपए बैंक का कर्ज छोड़, आशा अग्रवाल ने रिटायरमेंट ले लिया. सिद्धि सिंह ने 2019 में जमीन हस्तांतरित करने का आवेदन जियाडा में दिया. मगर इसे गलत करार देते हुए जियाडा ने पीटीपीसी को पिछले दरवाजे से काम करने की अनुमति दे दी. जिसका प्रमाण जियाडा द्वारा बिजली विभाग को पीटीपीसी को टेंपरेरी बिजली उपलब्ध कराने का 17/05/2019 दिया गया निर्देश है.
टेंपरेरी कनेक्शन के माध्यम से आज तक पीटीपीसी बिजली जला रहा है. जिससे साफ प्रतीत होता है, न केवल इस मामले में जमकर भ्रष्टाचार हुआ, बल्कि सरकारी राजस्व का दोहन भी जमकर हुआ है. इसके लिए जिम्मेदार कौन है. इसकी भी जांच होनी चाहिए. वहीं सिया अध्यक्ष संतोष सिंह ने साफ कर दिया है कि जब तक सिद्धि सिंह को इंसाफ नहीं मिल जाता सिया का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने जियाडा और बिजली विभाग के अधिकारियों को साफ चेतावनी देते हुए कहा है, कि समय रहते सुधर जाएं वरना जेल भेजने का काम किया जाएगा.
बाईट
संतोष सिंह (अध्यक्ष सिया)