आदित्यपुर: थाना अंतर्गत हथियाडीह इंडस्ट्रियल पार्क में इन दोनों निर्माणाधीन कंपनियों एवं संस्थानों के विरोध में लगातार ग्रामीण हिंसक हो रहे हैं. इधर जमना ऑटो को लेकर पिछले तीन दिनों से चल रहे गतिरोध के बीच बुधवार को प्रशासन ने सख्ती दिखाई और करीब दो दर्जन से भी अधिक ग्रामीण महिला एवं पुरुषों को हिरासत में ले लिया. जिन्हें देर रात न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
वहीं इनका नेतृत्व कर रहे झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी और तरुण महतो सहित अन्य भूमिगत हो गए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. बता दें कि पिछले एक महीने से हथियाडीह के ग्रामीण लगातार अपनी मांगों को लेकर जमना ऑटो का विरोध कर रहे हैं. प्रशासन के हस्तक्षेप के बीच ग्रामीणों की कई मांगों को पूरा करा दिया गया है बावजूद इसके ग्रामीण बीच- बीच में विरोध करने पहुंच जाते हैं. पिछले तीन दिनों से एकबार फिर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया था, जिसके बाद बुधवार को प्रशासन ने सख्ती दिखाई और विरोध कर रहे ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया.
इनमें महिला, पुरुष एवं नौजवान सभी शामिल हैं. विदित हो कि 2 दिन पूर्व इन्होंने निर्माणाधीन नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मजदूर पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा था. लगातार ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. वैसे इन ग्रामीणों को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेताओं का समर्थन मिल रहा है, मगर गिरफ्तारी के वक्त सभी नेता भूमिगत हो गए. हालांकि पुलिस उन्हें बेसब्री से ढूंढ रही है. इधर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने स्थानीय विधायक सह चंपाई सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा है कि गरीब आदिवासी- मूलवासी के साथ अन्याय हुआ है. मंत्री को मामले में हस्तक्षेप करनी चाहिए और बीच का रास्ता निकालना चाहिए था. इन्हें जेल भिजवाना कहीं से भी उचित नहीं है. ये रास्ते से भटक गए हैं. उन्होंने कहा कि सभी उनके ही मतदाता हैं उन्हें जेल भिजवाने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी.
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