आदित्यपुर: अपराधकर्मी बाबू दास पर शुक्रवार देर रात सांपड़ा स्थित मां तारा होटल में जानलेवा हमला के बाद भाग रहे अपराधियों की स्विफ्ट डिजायर कार संख्या JH05Y- 2091 एनएच 33 पर चिलगू में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. घटना के बाद कार में सवार अपराधियों का सुराग ढूंढने में रातभर पुलिस लगी रही.


सभी चेकनाकों पर लगाया गया है विशेष पहरा
थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि घटना रात के करीब 10.50 बजे की है. सूचना मिलते ही सभी चेकनाकों को अलर्ट कर दिया गया. घटना में अपराधकर्मी संतोष थापा के रिश्तेदार अज्जू थापा का नाम सामने आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि अज्जू नेपाल भाग सकता है इसलिए सभी चेकनाकों पर घेराबंदी की गई थी इसी दौरान एक कार के चिलगू में दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली. कार में एक राजनीतिक पार्टी का झंडा और केंद्रीय उपाध्यक्ष का बोर्ड लगा हुआ है. कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है. संभवतः अपराधी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे हैं. उनकी तलाशी को लेकर आसपास के अस्पतालों में भी जांच की गई है. जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
एसडीपीओ ने की जांच
TMH में पूछताछ करते एसडीपीओ
घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ समीर कुमार सवैया टाटा मुख्य अस्पताल पहुंचे और घायल बाबू दास से पूछताछ की. पुलिस को दिए बयान में बाबू दास ने अज्जू थापा और आनंद दुबे द्वारा गोली मारने की बात कही है. इस घटना में एक अन्य अपराधी देवाशीष दास का भी नाम सामने आ रहा है. उसके बाद एसडीपीओ घटनास्थल पर पहुंचे. जहां आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. वहीं मौके से पांच खोखा बरामद किया गया. घटना में बाबू दास को सात गोलियां लगी है. इसमें तीन गोलियां उसके जांघ में, एक पेट में, दो हाथ में और एक गोली पसली को छूकर निकल गयी है. टीएमएच में डॉक्टरों ने पेट में लगे गोली को ओरेशन कर निकाल दिया है. फिलहाल बाबू दास की स्थिति नाजुक बनी हुई है.
TMH में इलाजरत बाबू दास
बाबू दास और अज्जू थापा के बीच लंबे समय से चल रहा चूहे- बिल्ली का खेल
दुर्घटनाग्रस्त कार
बता दे की बाबू दास और अज्जू थापा के बीच पिछले तीन साल से चूहे- बिल्ली का खेल चल रहा है. इससे पूर्व बाबू दास पर दो बार जानलेवा हमला हो चुका है. पहली बार 2 जुलाई 2023 को एमटीसी मॉल के ठीक पीछे देवाशीष के भाई के होटल के समीप फायरिंग की घटना हुई थी, जिसमें बाबू दास बाल बाल बच गया था. उसमें भी अज्जू और देवाशीष का नाम सामने आया था. घटना के बाद से दोनों फरार चल रहे थे. दूसरी घटना 9 अप्रैल 2024 की है. जहां एमटीसी मॉल के पीछे बाबू दास के बोलेरो को टारगेट कर अपराधियों ने बम फेंका था. घटना के वक्त बाबू दास और उसके सहयोगी अजय प्रताप सिंह वहीं मौजूद थे. उक्त घटना में भी दोनों बाल- बाल बच गए थे. पुलिस ने उस मामले में अपराधकर्मी मोती बिश्नोई और मंतोष महतो को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा था. उसमें भी थापा गिरोह की संलिप्तता सामने आई थी. बेल मिलने के बाद अज्जू सामने आया था. सूत्र बताते हैं कि संतोष थापा बाबू और अज्जू के बीच मांडवाली करना चाहता था, मगर बाबू दास इसके लिए तैयार नहीं था. बता दे की बाबू दास विक्की नंदी गिरोह से ताल्लुक रखता है. हत्या के एक मामले में विक्की जेल में है. इधर पुलिस के दबाव के कारण थापा गिरोह लगातार कमजोर हो रहा है. इनके बीच सरकारी जमीन, स्क्रैप के धंधे में वर्चस्व को लेकर खूनी टकराव होते रहे हैं. पिछले दिनों जमशेदपुर के कदमा थाना अंतर्गत मरीन ड्राइव में एक सड़क हादसे में संतोष थापा गिरोह के शूटर रोहित मिश्रा की मौत हो गई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहित मिश्रा की मौत के पीछे कुछ अलग ही कहानी है. यह घटना उसी प्रतिशोध में होने का अनुमान है. बता दें कि बाबू दास पूर्व में एक मामले में जेल जा चुका है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि पुलिस अपराधियों को कब तक ढूंढ पाती है और इस घटना की असल वजह क्या सामने आती है.
