गया: नवरात्र पूजा के समापन के मौके पर शहर के दुर्गाबाड़ी में विधिवत पूजा अर्चना के बाद महिलाओं ने माता रानी को सिंदूर लगाकर एवं मिष्ठान खिलाकर विदाई दी.
इस मौके पर महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर विजयदशमी एवं दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी. बंगाली समाज में इसे सिंदूर खेला भी कहा जाता है. 4 दिनों तक चलने वाले इस दुर्गा पूजा का विधिवत सिंदूर खेला के साथ समाप्ति हो गया.
सिंदूर खेला के बाद शोभायात्रा निकालकर माता रानी की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. इसके बाद सकल विश्व की शांति के लिए दुर्गा बाड़ी में प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ. इस मौके पर समिति की सदस्य हैप्पी चक्रवर्ती ने बताया कि इस बार बहुत उल्लास के साथ हम लोग दुर्गा पूजा और विजयदशमी का त्यौहार मना रहे हैं. क्योंकि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते दुर्गाबाड़ी मे पूजा का आयोजन नहीं किया गया था, इस श्रद्धालुओं में बहुत खास उल्लास है. हम माता रानी से प्रार्थना कर रहे हैं कि पूरे विश्व से कोरोना समाप्त हो और हम लोगों की जिंदगी पहले जैसे चल रही थी वैसी ही चलती रहे.
वही मां दुर्गा बाड़ी समिति के सचिव विश्वजीत चौधरी उर्फ डोनो दा ने बताया कि आज बहुत पावन मौका है. आज दुर्गा पूजा का समापन हो रहा है. जिस तरह से बेटी अपने मायके से ससुराल जाती है, उसी तरह सिंदूर लगाकर खोइच्छा देकर माता रानी को हमलोग विदा कर रहे हैं. इस मौके पर समिति के सदस्यों के साथ जिला प्रशासन को भी धन्यवाद देता हूं. हमने सारी पूजा को भी प्रोटोकॉल को फूल फील करते हुए पूरा किया है. साथ ही माता रानी से पूरे विश्व से कोरोना की समाप्ति के लिए विशेष प्रार्थना की गई है.