GAYA बिहार के गया जिला में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां 9 साल पहले मर चुकी महिला जिंदा लौट गई है. चौंकिए मत दरअसल 9 साल पहले एक विवाहिता की हत्या मामले में पति सहित सास और देवर सलाखों के पीछे भेजे गए थे. मगर अब वह सच्चाई सामने आ गई है.


दरअसल जिस महिला की 9 साल पहले हत्या हुई थी, वह मृत महिला जिंदा निकली. अब पुलिस प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है, आखिर बिना जांच पड़ताल के कैसे पति सास और देवर को सलाखों के पीछे भेज दिया गया.
जिस महिला की 9 साल पहले हत्या हुई थी, वह अब जिंदा निकली है, और मृत महिला को उसके पति व देवर ने ही पकड़ कर थाने को किया सुपुर्द कर दिया है. इस हत्या मामले में महिला के पिता ने पति व देवर पर दहेज उत्पीड़न मामला दर्ज कराया था. जिसमे हत्या कर शव को जलाने के मामले में जिले के मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 381/ 13 मृत घोषित करते हुए ने पति व सास को जेल भेज दिया गया था. जिसमे पति विजय कुमार 3 महीने तक जेल में बंद रहा, जबकि गीता देवी सास अग्रिम जमानत पर है. वहीं देवर रंजीत कुमार पुलिस के अनुसंधान में उसे रिहा कर दिया गया था.
गया जिला के मुफस्सिल थाना के अबगिल्ला देवी स्थान मोहल्ला के रहने वाले मिस्त्री का काम करने वाले पीड़ित पति विजय कुमार ने बताया कि वर्ष 2004 में पटना के जक्कनपुर थाना अंतर्गत रहने वाले गोपाल साव की बेटी उषा देवी से शादी हुई थी. वर्ष 2013 में महिला उषा देवी घर से बिना बताए चली गई. जिसको खोजने के लिए हम सभी ने काफी प्रयास किया था, थक- हार कर हमने थाने में भी आवेदन दिया, लेकिन उसके पिता के द्वारा अपनी बेटी के दहेज के लिए हत्या कर शव को ठिकाने लगा देने का मुफ्फसिल थाना में केस दर्ज कर दिया गया. पुलिस ने बिना जांच के ही हमलोगों को जेल भेज दिया. 3 महीने हम जेल में रहे. जबकि मेरी मां बेल पर है. वहीं मेरे भाई का नाम अनुसंधान में हटा दिया गया था. उन्होंने बताया कि हमें कुछ दिन पहले जानकारी मिली कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सुधा टॉकीज के पास महिला अपने किराए के मकान में जा रही है. सूचना मिलने के बाद हम सबों ने महिला को पकड़ लिया. उसके बाद महिला को मुफस्सिल थाने की पुलिस को सुपुर्द कर दिया. महिला ने दूसरी शादी कर ली है, जिससे दो बच्चा भी है.
वही पीड़ित देवर रंजीत कुमार ने बताया कि पुलिस बिना अनुसंधान के ही हमको जेल भेज दिया है. बिना अनुसंधान किए जेल भेजना कहीं से उचित नहीं है. अब ऐसे पदाधिकारियों को भी कार्रवाई होनी चाहिए.
बहरहाल अब देखना होगा कि पुलिस अब क्या और किस पर कार्रवाई करती है ? पुलिस बिना अनुसंधान के हैं किसी भी को भी कैसे जेल भेज देती है ? लेकिन विजय कुमार भी जेल से छूटने के बाद वह भी दूसरी शादी कर लिया जिससे पांच बच्चे भी है.
विजय कुमार (महिला के पति)
इस पूरे मामले पर मुफस्सिल थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंह ने कुछ भी बताने से इंकार किया. उनका कहना है कि इस मामले में हम किसी तरह की जानकारी नहीं दे सकते. इसमें वरीय अधिकारी ही कुछ कर सकते हैं. हालांकि यह मामला मुफस्सिल थाना से ही जुड़ा हुआ है और क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
रंजीत कुमार (महिला का देवर)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट
