RANCHI गुरुवार को झारखंड विधानसभा में सहारा इंडिया (SAHARA INDIA) के निवेशकों का मुद्दा उठा. इस मुद्दे को हटिया से भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने उठाया.
उन्होंने झारखंड विधानसभा के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से बताया कि झारखंड के करीब 3 लाख लोगों का निवेश सहारा परिवार में हुआ है, जिसमें झारखंड के लोगों का 2500 करोड़ रुपये फंसा हुग़ा है. यह पैसा गरीबों का है, जो रोज कमाने और खानेवाले हैं. ज्यादातर पैसे 10 से 20 रुपये जमा करने वालों का है. उन्होंने कहा कि उनके पास कई ऐसे लोग आते जिनका पैसा फंसा हुआ है. बचत से पैसा काटकर सहारा में इस आशा के साथ लोगों ने जमा किया था, कि वे समय पर उन पैसों का उपयोग कर सकें, लेकिन परिपक्वता अवधि पूर्ण होने के बाद भी निवेशकों को उनके पैसे नहीं मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ हटिया का नहीं है बल्कि पूरे झारखंड का है. इस मामले को लेकर कार्रवाई करने का जरूरत है. इस पर राज्य के वित्त मंत्री कांग्रेस के रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में है जबकि सेबी में भी यह मामला है. सर्वोच्च न्यायालय यानी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सहारा का 24 हजार करोड़ रुपये जमा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बांडधारकों को राशि वापस की जायेगी. इस बीच सेबी से राज्य सरकार ने तीन बार पत्राचार किया है, जिसका जवाब मिला है कि 17526 लोगों का लगभग 138 करोड़ रुपये वापस किया गया है. इस दौरान विधायक नवीन जायसवाल ने बताया कि निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी करने का जरूरत है, ताकि निवेशको और जरूरतमंदों को लाभ मिल सके.
Exploring world
विज्ञापन
विज्ञापन