आदित्यपुर: आज बाबा तिलकामांझी का 272वां जन्म जयंती है. पूरे देश में बाबा तिलका माझी की जयंती मनाई गयी और उनके आदर्शों पर चलने का प्रण लिया. इसी क्रम में शुक्रवार को आदित्यपुर के इमली चौक स्थित बाबा तिलका मांझी की प्रतिमा पर राज्य के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे.
Video
अपने संबोधन में मंत्री चंपई सोरेन ने बाबा तिलका मांझी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा बाबा को उनकी मां ने तीर- धनुष सौंप कर देश की रक्षा करने भेजा था और कसम दिया था, कि देश की रक्षा कर ही लौटना वरना मेरी दूध का तौहीन होगा. अंत तक बाबा अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और सैकड़ों अंग्रेजों को मार गिराया. बाद में अंग्रेजों ने पकड़कर उन्हें फांसी दे दी थी. आज भी बाबा का क्रांतिकारी इतिहास ग्रन्थों में दर्ज है. मैं आज उन्हें लाखों लाख बार जोहार और नमन करता हूं. आज झारखंड में जहां सोना का खान है, वहीं बारूद बनाने के लिए यूरेनियम का खान भी है. बिजली बनाने के लिए कोयले का खदान भी है.
आज राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर है. आज सरकार घर- घर पहुंच कर जरूरतमंदों का आवेदन लिया और एक दिन में सरायकेला के 1 लाख 14 हजार लोगों का आवेदन स्वीकृत कर उन्हें लाभ पहुंचाने का काम किया है.मौके पर बस्ती के नायके दीकू राम मांझी, मांझी बाबा कुजू सोरेन, पूर्व जिलाध्यक्ष रंजीत प्रधान, पवित्रो बर्मन उर्फ गोरा, गोपाल महतो, वारिश टूडू, हरिमोहन टूडू समेत बस्ती के सैकड़ों लोग पारंपरिक वेशभूषा में मौजूद रहे.