भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी और गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल यथिराज को टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. रविवार को उन्हें बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएल4 फाइनल में फ्रांस के वर्ल्ड नंबर-1 लुकास मजूर ने 63 मिनट में 15-21, 21-17, 21-15 से हराया. 38 साल के सुहास ने पैरालंपिक के बैडमिंटन इवेंट में प्रमोद भगत के गोल्ड के बाद सिल्वर मेडल दिलाया. टोक्यो खलों में भारत के पदकों की संख्या 18 हो गई.
एसएल4 वर्ग में ही तरुण ढिल्लों को कांस्य पदक मैच में हार का सामना करना पड़ा. उन्हें इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान ने 32 मिनट में 21-17, 21-11 से मात दी. मौजूदा पैरालंपिक में भारत ने अब तक 18 पदक जीते हैं. भारत के खाते में अब 4 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक हैं. यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. रियो पैरालंपिक (2016) में भारत ने 2 स्वर्ण सहित 4 पदक जीते थे. एसएल वर्ग में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं, जिन्हें खड़े होने में दिक्कत हो या निचले पैर का विकार हो, जबकि एसयू में ऊपरी हिस्से के विकार वाले एथलीट खेलते हैं. सुहास के एक टखने में समस्या है.
ऐसा रहा सुहास का फाइनल पहले गेम में फ्रांसीसी खिलाड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए स्कोर 6-3 कर दिया. इसके बाद सुहास ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए गेम अंतराल के समय 11-8 की बढ़त ले ली. फिर भारतीय खिलाड़ी ने लगातार अंक बटोर कर स्कोर 17-12 कर दिया. यहां से लुकास मजूर ने तीन प्वाइंट जरूर हासिल किए, लेकिन यह गेम जीतने के लिए नाकाफी था. अंततः सुहास ने पहला गेम 20 मिनट में जीतकर 1-0 की बढ़त ले ली. दूसरे गेम में भी मजूर ने शानदार शुरुआत करते हुए 8-6 की बढ़त ले ली. फिर सुहास ने लगातार पांच प्वाइंट लेकर स्कोर 11-8 कर दिया. यहां से फ्रांसीसी खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए 16-16 की बराबरी कर ली. इसके बाद मजूर ने दो और अंक हासिल कर स्कोर 18-16 कर दिया. अंततः दूसरे गेम को लुकास मजूर ने 22 मिनट में जीतकर मैच में बराबरी कर ली.
तीसरे एवं निर्णायक गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच शुरुआत में रोमांचक मुकाबला देखने को मिला. गेम अंतराल के समय सुहास ने 11-10 की मामूली बढ़त ले ली थी. इसके बाद सुहास अपनी लय बरकरार नहीं रख पाए और विपक्षी खिलाड़ी ने लगातार अंक लेकर तीसरे गेम को 21 मिनट में जीत लिया. इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ी का गोल्ड जीतने का सपना चकनाचूर हो गया. DM सुहास का टोक्यो सफर सुहास यथिराज ने ग्रुप-ए में अपने दो मुकाबलों में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया था. अपने पहले मैच में सुहास ने जेन निकलस पॉट को 21-9, 21-3 से हराया था. इसके बाद उन्होंने अगले मुकाबले में इंडोनेशिया के हैरी सुसांतो को 21-6, 21-12 से मात दी. फिर, अपने आखिरी ग्रुप मैच में सुहास को वर्ल्ड नंबर-1 लुकास मजूर के हाथों हार झेलनी पड़ी. तब मजूर ने 21-15, 21-17 से जीत हासिल की थी. सेमीफाइनल मुकाबले में सुहास ने इंडोनेशियाई खिलाड़ी फ्रेडी सेतियावान को 21-9, 21-15 से मात देकर फाइनल में जगह पक्की कर ली थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुहास को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- सेवा और खेल का अद्भुत संगम! सुहास यथिराज ने अपने असाधारण प्रदर्शन की बदौलत हमारे पूरे देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया है. बैडमिंटन में रजत पदक जीतने पर उन्हें बधाई. भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं.
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