लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश की वजह से अपनी जान को खतरा बताया है. उन्होंने गृह मंत्री से आग्रह किया है कि उन्हें ‘जेड प्लस’ सुरक्षा दी जाए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पारस को गुरुवार को अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर धमकी दी और गाली-गलौज की. केंद्रीय मंत्री ने पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है. इससे पहले पारस ने बुधवार को चिराग पासवान पर बड़ा हमला बोला था.
उन्होंने कहा था कि चिराग ने अपने पिता रामविलास पासवान को जबरन राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया, जबकि उनकी इच्छा नहीं थी हटने की. मेरे बिहार प्रदेश अध्यक्ष रहने के दौरान पार्टी का प्रदर्शन बेहद शानदार था लेकिन चिराग ने मुझे भी अध्यक्ष पद से हटा दिया. मेरी क्या गलती थी जो मुझे यह सजा मिली. वहीं उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चिराग ने मुझे चाचा मानने से इनकार कर दिया और मुझसे कहा कि हमदोनों का खून एक नहीं है. मैं अब चिराग से किसी भी तरह का संबंध रखना नहीं चाहता हूं.
पशुपति ने कहा कि नीतीश कुमार को विकास पुरुष कहने पर चिराग ने मुझे पार्टी से निकालने तक की धमकी दे दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साल संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग ने मुझे कहा कि हमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जेल भेजना है. मैंने विरोध करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा क्या कर दिया कि तुम उन्हें जेल भेज दोगे. पार्टी के सभी सांसद की राय है कि एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाए लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और सबको किनारे कर दिया.
Exploring world