यूपी। आपराधिक षड़यंत्र के मामले में रायबरेली पुलिस ने आज मुनव्वर राणा के बेटे को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक अपने ऊपर फायरिंग करवाने के संबंध में थाना कोतवाली, रायबरेली में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या 364/21 से संबंधित वांछित अभियुक्त तबरेज राना को गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के मुताबिक तबरेज को लखनऊ वाले घर से गिरफ्तार किया गया है. रायबरेली पुलिस ने तबरेज को लखनऊ के लालकुआं से गिरफ्तार किया है. बता दें कि तबरेज पर खुद पर फायरिंग करवाने का आरोप है.
पुलिस ने ऐसे किया था खुलासा मुनव्वर राना का परिवार पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध कर रहा था. लेकिन इसके कुछ ही घंटे बाद रायबरेली पुलिस ने तबरेज राना पर हुए हमले का खुलासा कर दिया. खुलासा भी चौंकाने वाला था. रायबरेली पुलिस ने बताया कि मुनव्वर राना के बेटे तबरेज पर 28 जून को रायबरेली शहर कोतवाली इलाके में शाम 5:30 बजे फायरिंग हुई थी. इस घटना में शामिल 2 शूटर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए हलीम, सुल्तान, सत्येंद्र तिवारी और शुभम सरकार ने पूछताछ में कुबूल किया है कि ये गोलीकांड खुद तबरेज राना ने कराया था. रायबरेली के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया था कि सीसीटीवी में पूरा मामला कैद हुआ है कि कैसे तबरेज रायबरेली के पेट्रोल पंप पर पहुंचता है, गाड़ी पेट्रोल पंप के बाहर ही खड़ा करता है. खुद भी गाड़ी में बैठा रहता है. कुछ देर बाद 2-3 शूटर वहां पहुंचते हैं. गाड़ी का मुआयना कर पेट्रोल पंप के गेट पर फायरिंग करते हैं और वहां से भाग जाते हैं.
इसे भी पढ़े- रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मीकि पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में शायर मुनव्वर राणा पर शहर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है। चूंकि, राणा पर पहले ही लखनऊ में एफआइआर हो चुकी थी इसलिए कोतवाली में देहाती नालसी कर असल कायमी के लिए हजरतगंज जिला लखनऊ भेजी गई है। दरअसल, शायर मुनव्वर राणा द्वारा तालिबान की तुलना महर्षि वाल्मीकि से करने से नाराज वाल्मीकि समाज व भाजपा नेताओं ने भाजपा अजा मोर्चा प्रदेश मंत्री सुनील मालवीय के नेतृत्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। इसके साथ ही कोतवाली थाना पुलिस को आवेदन देकर शायर राणा पर एफआइआर की मांग की गई थी। ज्ञापन में मालवीय ने कहा था कि शायर मुनव्वर राणा ने भगवान वाल्मीकि की तुलना तालिबानियों से की है। मुनब्बर राणा ने कहा कि वाल्मीकि एक लेखक थे। हिंदू धर्म में तो किसी को भी भगवान कह देते हैं। मालवीय ने कहा कि यह टिप्पणी हिंदु आस्था व दलितों का अपमान है।
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