प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से क़रीब 45 मिनट फोन पर बात की. उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति पर विस्तार से बात की. आपको बता दें कि बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से भी अफगानिस्तान के मसले पर बात की थी. बता दें कि ये सभी देश इस वक्त अफगानिस्तान में जारी संकट पर नज़र बनाए हुए है, साथ ही काबुल एयरपोर्ट से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर भी सभी देशों के बीच सहयोग जारी है.
अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद हालात खराब होते जा रहे हैं. इस बीच खबर है काबुल में यूक्रेन के विमान को हाईजैक (Ukrainian Plane Hijacked) किया गया है और उसे ईरान ले जाया गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन के उप विदेश मंत्री येवगेनी येनिन (Yevgeny Yenin) ने दावा किया है कि यूक्रेन का विमान अपने नागरिकों को निकालने के लिए काबुल (Kabul) पहुंचा था, जिसे अज्ञात लोगों ने हाइजैक कर लिया है.
यूक्रेन के उप विदेश मंत्री येवगेनी येनिन (Yevgeny Yenin) ने कहा, ‘यूक्रेन का ये विमान रविवार को हाईजैक किया गया था, जिसे कुछ अज्ञात लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया था. इसके बाद मंगलवार को इस विमान को ईरान ले जाया गया है, जिसमें अज्ञात लोग सवार हैं.’ उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं हमारे नागरिकों के निकासी का प्लान भी सफल नहीं हो पाया, क्योंकि हमारे लोग एयरपोर्ट तक नहीं पहुंच पाए थे. यूक्रेन के मंत्री येवगेनी येनिन (Yevgeny Yenin) ने बताया कि अपहरणकर्ता हथियारों से लैस थे। हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि विमान को किसने हाईजैक किया है और उसे वापस पाने के लिए यूक्रेन की सरकार ने क्या कदम उठाया है. उन्होंने यह भी नहीं बताया कि यूक्रेनी नागरिक काबुल से कैसे वापस आए.
जानकारी के मुताबिक, रविवार तक कुल 83 लोगों को काबुल से यूक्रेन की राजधानी कीव लाया गया था, जिनमें 31 यूक्रेनी नागरिक शामिल हैं. राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि 12 यूक्रेनी सैन्यकर्मी स्वदेश लौटे हैं, जबकि विदेशी पत्रकारों और मदद का अनुरोध करने वाली सार्वजनिक हस्तियों को भी निकाला गया है. कार्यालय ने यह भी बताया कि लगभग 100 यूक्रेनियन अभी भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है.
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