झारखंड के सरायकेला- खरसावां जिले के लगभग सभी विभागों से भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं. पहले अंचल कार्यालयों से जमीनों की खरीद बिक्री के मामलों में भ्रष्टाचार और अब शिक्षण संस्थानों से भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं. आपको बता दें कि अभी हाल ही में जारी हुए सीबीएसई और जैक बोर्ड के परिणामों पर राज्यभर के कई छात्र आंदोलित हैं. वहीं जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र के सतबोहनी स्थित जोगबनी विद्यालय के छात्रों की कुछ इसी तरह की कहानी है.
जहां छात्रों ने 10th बोर्ड के परिणाम पर स्कूल के समक्ष जोरदार विरोध शुरू कर दिया. मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय मीडिया कर्मी भी मौके पर पहुंचे और छात्रों की समस्याओं को जानने का प्रयास किया. फिर जो मामले सामने आए वह चौंकाने वाला था. बताया गया, कि इस स्कूल में आठवीं तक की पढ़ाई ही होती है. उसके बाद दो साल तक छात्रों को ट्यूशन पढ़ाया जाता है और किसी दूसरे विद्यालय से फॉर्म भरवाकर परीक्षा दिलायी जाती है. सीबीएसई बोर्ड द्वारा इस साल स्कूलों के बीते तीन सालों के परफॉर्मेंस के आधार पर छात्रों को नम्बर दिए गए हैं. यही कारण है, कि इस स्कूल के छात्रों को औसत मार्क्स मिले हैं. इस संबंध में जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी गमहरिया से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया, कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई विद्यालय उनके प्रखंड क्षेत्र में नहीं है. मतलब साफ है, कि कहीं ना कहीं शिक्षा के नाम पर शिक्षा माफिया छात्रों और अभिभावकों का शोषण कर रहे हैं. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने ऐसे विद्यालयों पर नकेल कसने की बात तो कही, मगर ऐसा लगता नहीं, कि शिक्षा माफियाओं को इसका कोई असर पड़ने वाला है, क्योंकि विद्यालय के पदाधिकारी पूरे प्रकरण के दौरान विधि संतुष्ट नजर आए.
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