टाटा स्टील लिमिटेड में विभिन्न ट्रेड पर अप्रैंटिस के लिए ज़ारी विज्ञापन को संशोधित करते हुए राज्य से बाहर के अभ्यर्थियों को रोकने की मांग को लेकर सोमवार को झारखण्ड मुक्ति मोर्चा सरायकेला-खरसावां जिला इकाई की ओर से कंपनी के प्रबंध निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया. पार्टी के जिला इकाई के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाध्यक्ष डॉ शुभेन्दु महतो के नेतृत्व में प्रबंध निदेशक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और आग्रह किया, कि उक्त विज्ञापन में संशोधन कर राज्य से बाहर के अभ्यर्थियों को अप्रैंटिस करने से रोका जाए ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें. इस दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान जिलाध्यक्ष डॉ महतो ने कहा कि अन्य राज्यों में भी निजी क्षेत्र की कंपनियों में राज्य से बाहर के अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर प्रतिबंध है. उड़ीसा का कलिंगा नगर का प्लांट इसका बड़ा उदाहरण है. ऐसे में टाटा स्टील लिमिटेड में राज्य भर से अभ्यर्थी आमंत्रित करने से यहां के आदिवासी, मूलवासी बेरोजगार युवाओं के अवसरों का हनन होगा. झारखण्ड राज्य पहले से ही रोजगार और आर्थिक दृष्टिकोण से काफी पिछड़ा राज्य है. इसलिए टाटा स्टील लिमिटेड प्रबंधन को इस विषय पर चिंतन करना चाहिए. इस संदर्भ में कंपनी प्रबंधन के अलावा माननीय मुख्यमंत्री जी को भी ज्ञापन की प्रतिलिपि सौंपी गई है. प्रबंधन अगर विज्ञापन में संशोधन करते हुए बाहरी अभ्यर्थियों को प्रतिबंधित नहीं करती है तो कंपनी को की जाने वाली आयरन ओर की आपूर्ति रोक दी जाएगी. साथ ही स्थानीय युवाओं के हित में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और भी उग्र आंदोलन कर सकता है.
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