जमशेदपुर के परसुडीह थाना अंतर्गत पिछले दिनों खास महल स्थित सदर अस्पताल के पीछे सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन ने कई लोगों को हिरासत में लिया था. उधर आदिवासी मुंडा समाज केंद्रीय समिति का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जिले के एसएसपी से मुलाकात कर उनसे पश्चिमी कीताडीह पंचायत समिति सदस्य द्रौपदी मुंडा की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. समिति के सदस्यों ने बताया, कि श्रीमती मुंडा को साजिश के तहत फंसाया गया है. उनके द्वारा बार-बार मना किए जाने के बाद भी अतिक्रमण कारी और भू- माफिया लगातार सरकारी जमीन कब्जा करने में जुटे हुए थे. बावजूद इसके स्थानीय पुलिस द्वारा श्रीमती मुंडा की गिरफ्तारी की गई है, जो गलत है. वैसे उन्होंने साफ कर दिया है, कि अगर द्रोपदी मुंडा को रिहा नहीं किया जाता है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा. आपको बता दें, कि 2 दिन पूर्व खास महल के सरकारी जमीन पर हो रहे अतिक्रमण मामले को लेकर जिला प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए अवैध अतिक्रमण को जमींदोज़ कर दिया था. साथ ही कई लोगों को हिरासत में भी लिया था. इनमें से एक द्रोपदी मुंडा भी शामिल है. जिसका विरोध आदिवासी मुंडा समाज कर रहा है.

