जमशेदपुर/ सरायकेला: विगत चार दिनों से लगातार हो रही बारिश मंगलवार को थम जरूर गया है मगर जमशेदपुर और सरायकेला से होकर गुजरने वाली दोनों प्रमुख नदियां स्वर्णरेखा और खरकई खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. स्वर्णरेखा परियोजना चांडिल कॉम्प्लेक्स के फ्लड सेल की ओर से मंगलवार की सुबह 10:00 बजे जारी ताजा बुलेटिन के अनुसार मानगो पुल के समीप स्वर्णरेखा नदी खतरे के निशान से करीब 1.50 मीटर ऊपर पहुंच गई है.
वहीं खरकई नदी आदित्यपुर पुल के समीप खतरे के निशान से 4.20 मीटर ऊपर पहुंच गई है. जिससे दोनों जिलों के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि राहत की बात ये है कि बारिश थम गया है जिससे प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. दोनों जिलों में जिला प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बने शेल्टर होम में जाने का निर्देश दे दिया है. सभी शेल्टर होम को एक्टिव कर दिया गया है. उधर चांडिल डैम के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते डैम के सभी फाटक खोल दिए गए हैं. जिससे डूब क्षेत्र जलमग्न हो गया है.
आदित्यपुर नगर निगम वार्ड- 17 की पूर्व पार्षद नीतू शर्मा ने तटीय इलाकों का जायजा लिया और बाढ़ के संभवित खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की अपील की. उन्होंने जिला प्रशासन से इंदिरा बस्ती, जयप्रकाश उद्यान, शांति नगर में विशेष राहत शिविर बनाने की अपील की है.