सरायकेला: समाजसेवा के क्षेत्र में कम समय में अपनी अलग पहचान बनानेवाली सामाजिक संस्था शनि देव भक्त मंडली पर के अध्यक्ष देवव्रत घोष के खिलाफ मंडली के संस्थापक सदस्यों एवं पूर्व अध्यक्ष ने गंभीर आरोप लगाए हैं. शुक्रवार को मंडली के संरक्षक और पूर्व अध्यक्ष रंजन प्रदीप ने सदर एसडीओ से मिलकर मंडली के क्रियाकलापों की निष्पक्ष जांच करने एवं प्रशासन की देखरेख में पारदर्शी चुनाव कराने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा है.
पूर्व अध्यक्ष रंजन प्रदीप ने बताया कि शनि देव भक्त मंडली की स्थापना जिस उद्देश्य के लिए की गई थी वर्तमान अध्यक्ष उसे उद्देश्य से भटक कर निजी उद्देश्य की पूर्ति में लग गए हैं. उन्होंने इसे वन मैन आर्मी संस्था बताया और कहा कि जल्द से जल्द यदि इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में संस्था भ्रष्टाचार का एक पर्याय बन जाएगा, जबकि अबतक संस्था समाज सेवा के लिए जाना जा रहा था. उन्होंने बताया कि वर्तमान अध्यक्ष द्वारा ना तो अब तक संस्था का प्रॉपर ऑडिट कराया गया है ना ही पैन कार्ड बनाया गया है. गलत पैन कार्ड के आधार पर ट्रांजैक्शन किया जा रहा है इसके जरिए लाखों रुपए की हेरा फेरी की गई है. किसी भी कार्यक्रम की जानकारी सदस्यों को नहीं दी जाती है. संस्था में पैसे कहां से आ रहे हैं कहां और किस उद्देश्य के लिए खर्च किया जा रहा है इसका ब्यौरा मांगने पर सदस्यों के साथ बदसलूकी की जाती है.
उन्होंने बताया कि कुछ खास और चुनिंदा लोगों को लेकर संस्था का संचालन किया जा रहा है जो पूरी तरह से गलत है. यहां सवाल पूछने पर वर्तमान अध्यक्ष मरने- मारने पर उतारू हो जाते हैं. उन्होंने मंडली में हो रहे फर्जीवाड़े से संबंधित ब्यौरा प्रमाण के साथ एसडीओ को सौंपा है.
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रंजन प्रदीप (पूर्व अध्यक्ष- शनिदेव भक्त मंडली)